नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों के समर्थन में सोमवार को एक दिन का उपवास रखने का एलान किया है। मोदी सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने भी सोमवार को एक दिन के उपवास का एलान किया है। उन्होंने पूरे देश से अपील की है कि उनके समर्थन में एक दिन का उपवास रखें। केजरीवाल ने इसी अपील का समर्थन करते हुए उपवास का एलान किया है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय सरकार के मंत्री और भाजपा नेता कह रहे हैं कि किसान राष्ट्र-विरोधी हैं, तो क्या किसानों का समर्थन करने वाले पूर्व सैनिक, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, गायक, मशहूर हस्तियां, डॉक्टर, व्यापारी भी देशद्रोही हैं। केजरीवाल ने मोदी सरकार पर किसान आंदोलन को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र को अपना अहंकार छोड़कर कानून को वापस करना चाहिए। इस कानून से देश में अनाज की जमाखोरी और महंगाई भी बढ़ेगी, जिससे सिर्फ किसानों को ही नहीं तमाम लोगों को नुकसान उठाना पड़ेगा।

उधर, आम आदमी पार्टी के आप के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार और बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों में से 11 किसानों की जान जा चुकी है। लेकिन केंद्र सरकार अहंकार में चूर है। उन्हें लगता है कि किसान पीछे हट जाएंगे। बीजेपी किसानों की बदनाम कर देगी तो वे अपने घर चले जाएंगे। लेकिन यह उनकी गलतफहमी है।

बता दें कि किसानों ने घोषणा की कि उनकी यूनियनों के प्रतिनिधि 14 दिसंबर को देशव्यापी प्रदर्शन के दौरान भूख हड़ताल पर बैठेंगे। 14 दिसंबर को सारे देश के डीसी ऑफिस में किसान प्रदर्शन करेंगे। यूनियनों के प्रतिनिधि 14 दिसंबर को सुबह 8 से 5 बजे तक अनशन पर बैठेंगे। इसके अलावा भारतीय किसान यूनियन, हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने 19 दिसंबर से आमरण अनशन की घोषणा की है।