पटना। एनडीए में सीट बंटवारे के बाद सीएम नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू ने अपने सभी 115 उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट जारी कर दी है। लेकिन पार्टी ने बिहार के डीजीपी के ओहदे से हाल ही में इस्तीफा देने वाले गुप्तेश्वर पांडेय को टिकट नहीं देकर चौंका दिया है। गुप्तेश्वर पांडेय नीतीश कुमार के बेहद करीबी माने जाते हैं और उन्होने VRS यानी वॉलंटरी रिटायरमेंट लेने के पांच दिन बाद ही नीतीश कुमार के घर जाकर जेडीयू ज्वाइन भी कर ली थी। तभी से अटकलें लग रही थीं कि नीतीश कुमार उन्हें चुनाव लड़वा सकते हैं। 

बुधवार को जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने सभी प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक किए हैं। इस दौरान उन्होंने सीएम नीतीश के कार्यकाल का जमकर बखान भी किया है।

वशिष्ठ नारायण सिंह ने सीएम नीतीश कुमार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि बिहार में अब गांव-गांव तक बिजली और सड़क पहुंच गई है। हम सेवा भाव के साथ जनता के बीच जा रहे हैं और भारी बहुमत से चुनाव जीतेंगे। वहीं जेडीयू नेता आरसीपी सिंह ने कहा कि पार्टी ने 115 उम्मीदवारों की जो सूची तैयार की है, उसमें सभी वर्गों के लोगों को तरजीह दी गई है। साथ ही महिलाओं की भागीदारी भी सुनिश्चित की गई है। यह हमारे नेता की समावेशी सोच का नतीजा है।

 

तेजप्रताप के ससुर को भी मिला टिकट


जेडीयू के इस लिस्ट में खास बात यह है कि इसमें लालू प्रसाद यादव के समधी व तेजप्रताप यादव के ससुर चंद्रिका राय को परसा से टिकट दिया है। इसके अलावा पार्टी के प्रमुख उम्मीदवारों में चेनारी से ललन पासवान, रुपौली से सीमा भारती, शिवहर से शरफुद्दीन व दिनारा से जय कुमार सिंह शामिल हैं।


बता दें कि 243 विधानसभा सीटों में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के खाते में एनडीए गठबंधन की ओर से 122 सीटें मिली थी जिसमें से नीतीश ने सात सीटें अपने कोटे से जीतनराम मांझी की पार्टी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा को दिया है।