पटना। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के सीट बंटवारे का एलान हो गया है। गठबंधन का सबसे बड़ा दल राजद राज्य की 144 सीटों पर चुनाव लड़ेगा। बाकी की सीटों में से 70 पर कांग्रेस और 29 सीटों पर वामपंथी दलों के चुनाव लड़ने का समझौता हुआ है। वामपंथी दलों में भाकपा माले 19, भाकपा 6 और माकपा 4 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस को 70 सीटों के अलावा वाल्मीकि नगर की लोकसभा सीट पर उपचुनाव में महागठबंधन का समर्थन मिलेगा। मुकेश साहनी की वीआईपी और हेमंत सोरेन की जेएमएम को राजद अपने कोटे से सीट देगा, जिसकी घोषणा आने वाले एक दो दिन में हो जाएगी। 

इससे पहले महागठबंधन के नेताओं ने पटना में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए तेजस्वी यादव को अपना नेता घोषित किया। सीट बंटवारे की घोषणा से पहले महागठबंधन के नेताओं ने हाथरस कांड को लेकर दो मिनट का मौन रखा। 

तेजस्वी यादव ने कहा कि नीतीश कुमार ने अपनी कुर्सी के लिए बिहार की जनता को धोखा दिया। उन्होंने कहा कि अगर बिहार की जनता महागठबंधन को मौका देगी तो वे सभी वादे पूरे करेंगे और सबसे पहले 10 लाख रोजगार का वादा पूरा किया जाएगा। तेजस्वी ने कहा कि सरकारी नौकरियों के फार्म पर जो पैसा लिया जाता है, उसे भी खत्म किया जाएगा। 

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि जल्द ही महागठबंधन जनता के सामने अपना ब्लूप्रिंट रहेगा और बिहार को बचाने के लिए ही हम सब एक साथ आए हैं।  वहीं कांग्रेस के बिहार प्रमुख अविनाश पांडे ने कहा कि वैचारिक मतभेद होते हुए भी हम सब साथ आए हैं। पिछली बार भी हमने एनडीए के खिलाफ महागठबंधन कर जीत हासिल की थी। इस बार भी करेंगे। 

बिहार विधानसभा चुनाव अक्टूबर और नवंबर के बीच तीन चरणों में होगा। दस नवंबर को चुनाव परिणाम आएंगे। राज्य में कुल 240 विधानसभा सीटें हैं। फिलहाल एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर अभी सहमति नहीं बन पाई है। एनडीए में एलजेपी और जेडीयू के बीच तनाव भी जारी है।