नई दिल्ली। बिहार में वोटिंग प्रक्रिया खत्म होने के बाद एग्जिट पोल्स में महागठबंधन को अभूतपूर्व बढ़त मिलने की संभावना देखकर कांग्रेस आलाकमान ने क्विक एक्शन लिया है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और अविनाश पांडेय को बिहार पर्यवेक्षक बनाया है। पार्टी के दोनों दिग्गज आज बिहार की राजधानी पटना पहुंचेंगे और चुनाव के पूर्व और बाद कि परिस्थितियों के बारे में डायरेक्ट शीर्ष नेतृत्व को रिपोर्ट करेंगे।

सुरजेवाला और पांडेय को बतौर ऑब्जर्बर बिहार भेजा जाना कांग्रेस हाई कमान का बड़ा फैसला के रूप में देखा जा रहा है। सोनिया गांधी ने कांग्रेस के दिग्गजों को बिहार की जिम्मेदारी देकर यह स्पष्ठ कर दिया है कि कांग्रेस पूरी दमखम के साथ बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने में जुट गई है। कांग्रेस के लिए बिहार में अपने विधायकों को एकजुट रखना भी बड़ी चुनौती होगी, वहीं कांग्रेस अब बिहार में किसी प्रकार का बगावत नहीं चाहता है। बता दें कि सुरजेवाला चुनाव के दौरान भी बिहार में कैम्प कर चुके हैं, इसलिए उनके लिए बिहार का वर्तमान का समीकरण नया नहीं है।

एग्जिट पोल्स में महागठबंधन की सरकार 

बिहार में अंतिम चरण के चुनाव के बाद आए तमाम संस्थाओं के एग्जिट पोल्स में यही बातें सामने आई है कि बिहार में कमोबेश महागठबंधन की सरकार बनने जा रही है। इंडिया टूडे और चाणक्य ने तो महागठबंधन को पूर्ण बहुमत से भी काफी आगे बताया है। वहीं अन्य संस्थाओं ने महागठबंधन को बहुमत के आसपास रहने की संभावना जताई है। खास बात यह है कि सभी पोल्स में आरजेडी को सबसे बड़ी पार्टी बताई गई है।

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जेपी नड्डा टीम ने भी कस ली है कमर

मीडिया सूत्रों के हवाले से खबर मिल रही है कि बिहार में सरकार बनाने के लिए बीजेपी चीफ जेपी नड्डा की टीम ने भी कमर कस ली है। एनडीए गठबंधन को भी कई एग्जिट पोल्स में महागठबंधन से थोड़ा ही पीछे दिखाया गया है वहीं बीजेपी नेताओं द्वारा सरकार बनाने के लगातार दावे किए जा रहे हैं। ऐसे में इस बात के कयास भी लगाए जा रहे हैं की बीजेपी विपरीत परिस्थितियों में जोड़-तोड़ से सरकार बनाने में भी पीछे नहीं हटेगी। बहरहाल मंगलवार यानी 10 नवंबर को बिहार चुनाव के एग्जैक्ट नतीजे आएंगे जिसके बाद स्पष्ठ हो पाएगा कि बिहार का सिरमौर कौन होगा।