लखनऊ। बीजेपी नेता जफर इस्लाम उत्तर प्रदेश से बीजेपी के राज्यसभा सांसद होंगे। इस पर शुक्रवार को मुहर तब लग गई जब बीजेपी के एक अन्य नेता गोविंद नारायण शुक्ला ने अपना नामांकन वापस ले लिया। नामांकन वापसी का आज आखिरी दिन था। लिहाज़ा जफर इस्लाम बीजेपी की ओर से राज्यसभा के निर्विरोध सांसद निवार्चित हुए हैं।

राज्यसभा के लिए 11 सितम्बर को मतदान होने थे। लेकिन अब चुनावी रेस में जफर इस्लाम के सामने किसी भी उम्मीदवार के न होने के कारण उन्हें राज्यसभा का सांसद घोषित कर दिया गया है। उत्तर प्रदेश के राज्यसभा से यह सीट अमर सिंह के निधन के बाद रिक्त हुई थी। इस्लाम का कार्यकाल नवंबर 2022 तक रहेगा। पूर्व बैंक कर्मी जफर इस्लाम को अक्सर टीवी डिबेट में देखा जाता रहा है। उनकी गिनती पार्टी के तेज़ तर्रार प्रवक्ताओं में होती है। इस्लाम प्रधानमंत्री मोदी के भी काफी करीबी बताए जाते हैं।

सिंधिया को बीजेपी में लाने का श्रेय जफर इस्लाम को ही जाता है

जफर इस्लाम के कांग्रेस के बागी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी इनके संबंध काफी अच्छे रहे हैं। सिंधिया के बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने में इनके योगदान की भी काफी चर्चा होती है। मार्च 2020 में जब मध्य प्रदेश में कांग्रेस की कमल नाथ सरकार को अस्थिर किया जा रहा था तब पर्दे का पीछे और बाहर जफर इस्लाम की सक्रियता चर्चा का कारण बनी थी। बीजेपी की सदस्यता लेने के पहले वे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ एक गाड़ी में नज़र आए थे। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार वे करीब 5 महीनों तक ज्योतिरादित्य सिंधिया को बीजेपी में लाने की कोशिश में जुटे रहे। इस कोशिश में दोनों कई बार मिले। जब ज्योतिरादित्य सिंधिया मान गए तब मध्यप्रदेश में ‘ऑपरेशन लोटस’ अंजाम दिया गया। माना जा रहा है कि इसके बाद पार्टी में उनका कद काफी बढ़ गया।