इंफाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर दौरे पर हैं। राज्य में मई, 2023 में हिंसा भड़कने के बाद यह उनका पहला दौरा है। दो साल तक सुलग रहे मणिपुर एक बार भी नहीं जाने के कारण पीएम मोदी विपक्ष के निशाने पर रहे हैं। दो साल बाद पीएम मोदी के मणिपुर दौरे पर कांग्रेस फिर से हमलावर है। कांग्रेस ने पूछा कि जब महिलाओं को इन सड़कों पर परेड कराई जा रही थी, उस समय कहां थे।

कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने शनिवार को पीएम मोदी के मणिपुर दौरे को बहुत देर से उठाया गया कदम बताते हुए पूछा कि जब वहाँ के लोगों को उनकी जरूरत थी तब वो कहां थे। खेड़ा ने कहा, 'क्या उनका रोड शो उन्हीं सड़कों पर है जहां महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया गया था। जब महिलाओं को इन सड़कों पर परेड कराई जा रही थी, उस समय प्रधानमंत्री मोदी कहां थे? जब मणिपुर को हमदर्दी की जरूरत थी तब प्रधानमंत्री मोदी कहां थे?'

उन्होंने आगे कहा, 'बस तीन घंटे के लिए रिबन काटने और अपने बैनर पोस्टर लगाने के लिए चले गए। क्या इसलिए प्रधानमंत्री होता है? आज लोगों ने उनके बैनर फाड़कर अपना रोष जाहिर कर दिया है। मणिपुर के दिल में गुस्सा है।'

इससे पहले कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पीएम मोदी के मणिपुर दौरे पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि हिंसा के 864 दिन बाद सिर्फ तीन घंटे के लिए जाना एक मजाक और राज्य की पीड़ित जनता का घोर अपमान है। उन्होंने प्रधानमंत्री पर संवैधानिक उत्तरदायित्व का परित्याग करने का भी आरोप लगाया और तंज कसते हुए यह सवाल किया कि आपका राजधर्म कहां है?