सरकारी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) ने करीब 11 हज़ार करोड़ रुपये  की लागत के साथ पूरे देश मे 4 जी सेवाओं को शुरू करने की प्रक्रिया आरम्भ कर दी है। कंपनी उत्तर, पूर्व, पश्चिम और दक्षिण क्षेत्र में 50 हज़ार नए साइट्स स्थापित करने के लिए एक टेंडर निकाला है। वहीं, कंपनी दिल्ली और मुम्बई जोन (एमटीएनएल) में लगभग 7 हज़ार नए साइट्स पर करीब 8,697 करोड़ रुपये खर्च करने जा रही है। इसके अलावा कंपनी के करीब 43 हजार 2 जी और 3 जी साइट्स को 4 जी मे अपग्रेड करने की योजना है। जिसकी लागत लगभग 4 हज़ार करोड़ रुपए आएगी।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल अक्टूबर में सरकारी दूरसंचार कंपनियों बीएसएनएल और एमटीएनएल के लिए करीब 70 हज़ार करोड़ रुपये के पुनरुद्धार पैकेज को मंजूरी दी थी। इस पैकेज का एक बड़ा हिस्सा करीब 29,937 करोड़ रुपये 50 साल से अधिक उम्र के कर्मचारियों की वीआरएस योजना के लिए दिया गया था। पिछले कुछ महीनों में इस योजना का दोनों कंपनियों के कर्मचारियों ने लाभ लिया। बीएसएनएल से करीब 78300 से अधिक और एमटीएनएल के करीब 14378 कर्मचारियों ने वीआरएस को विकल्प के रूप  में अपनाया। जिसका परिणाम ये हुआ कि कंपनी की मासिक लागत काफी घट गई। जिसके बाद अब कंपनी ने अपने विस्तार की योजनाओं को मूर्त रूप देना आरम्भ किया है। 4 जी नेटवर्क शुरू करने के लिए धन की व्यवस्था करने के लिए बीएसएनएल ने सरकार से 15 हज़ार करोड़ रुपये की गारंटी प्रदान करने को कहा है। इस पर वित्त मंत्रालय ने कहा है कि वह इस महीने गारंटी दे देगा।