नई दिल्ली। अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर में भागवत राम की प्रतिमा का प्राण प्रतिष्ठा समारोह है।  इस संबंध में असत्यापित, भड़काऊ और फर्जी खबरों के प्रसार को रोकने के लिए केंद्र सरकार ने एक एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि प्राण प्रतिष्ठा को लेकर ऐसी खबरें न फैलाएं, जिससे माहौल बिगड़े।

भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने समाचार पत्रों, टीवी चैनलों, डिजिटल मीडिया और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सलाह दी है कि ऐसे किसी भी कंटेंट को प्रकाशित या प्रसारित करने से बचें जो झूठी हो या जिसमें हेरफेर किया जा सकता हो। या फिर सांप्रदायिक सद्भाव या सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ने की क्षमता रखती है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया है कि 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में राम लला प्राण प्रतिष्ठा के पूरे भारत में आगामी उत्सव के संदर्भ में, भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने पाया है कि विशेषकर सोशल मीडिया पर कुछ असत्यापित, भड़काऊ और फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं, जिससे सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था बिगड़ सकती है।

आए दिनों सोशल मीडिया में खासकर राम मंदिर से संबंधित कई फेक खबरें फैलाई जा रही है। कुछ दिन पहले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए तत्काल वीआईपी टिकट का दावा करते हुए नकली क्यूआर कोड वाला एक व्हाट्सएप मैसेज वायरल हुआ था। ई-कॉमर्स साइट अमेजन को शुक्रवार को अयोध्या राम मंदिर प्रसाद की लिस्टिंग हटाने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण की ओर से नोटिस दिया गया था। जिस पर अमेजन की ओर से कहा गया था कि वह अपनी नीतियों के अनुसार ऐसी लिस्टिंग के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहा है। दरअसल, अमेजन पर राम मंदिर प्रसाद के नाम मिठाइयां बेची जा रही थी।