नई दिल्ली। अरुणाचल प्रदेश की पुलिस ने शिकार के लिए चीन-भारत सीमा पर स्थित ऊपरी सुबनसिरी जिले के जंगल में गए पांच लोगों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) द्वारा कथित तौर अपहृत किये जाने की खबर आने के बाद जांच शुरू कर दी है। अपहृत लोगों के परिवारों ने बताया कि यह घटना 4 सितंबर को जिले के नाचो इलाके में हुई। लापता लोगों के साथ गए दो लोग किसी तरह बचकर आने में कामयाब हुए और उन्होंने पुलिस को घटना की जानकारी दी।



इस बारे में अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने ट्वीट किया। उन्होंने दावा किया है कि अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सुबनसिरी जिले के पांच लोगों का कथित तौर पर चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जरिए अपहरण कर लिया गया है। निनॉन्ग ने पीएमओ को किए ट्वीट में दो स्क्रीनशॉट भी अटैच किए हैं। इनमें उन पांच लोगों के नाम हैं, जिनको अगवा किए जाने का दावा किया जा रहा है। 





पुलिस अधीक्षक तरु गुस्सर ने कहा, ‘‘मैंने नाचो पुलिस थाने के प्रभारी को इलाके में तथ्यों की पुष्टि करने के लिए भेजा है और तत्काल रिपोर्ट देने को कहा है। हालांकि, रिपोर्ट छह सितंबर सुबह तक ही मिल पाएगी।’’



चीनी सेना द्वारा कथित तौर पर जिन लोगों का अपहरण किया गया है, उनकी पहचान तोच सिंगकम, प्रसात रिगलिंग, दोंगतू इबिया, तनू बाकर और नागरु दिरी के तौर पर की गई है और पांचों तागिन समुदाय के हैं। जिला मुख्यालय दापोरिजो में रहने वाले अपहृत लोगों के परिजनों ने बताया कि उनके रिश्तेदार भारतीय सेना से मामले पर चर्चा करने के लिए सुबह नाचो इलाके के लिए रवाना हुए हैं।



नाचो इलाका जिला मुख्यालय से करीब 120 किलोमीटर दूर है। परिवार ने प्रशासन से अपहृत लोगों को वापस लाने के लिए कदम उठाने की मांग की है। अभी तक इस मामले की सेना की प्रतिक्रिया नहीं आई है। पासीघाट पश्चिम से कांग्रेस विधायक नीनॉन्ग इरिंग ने कहा कि इस घटना के लिए चीनी सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया जाना चाहिए।



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इससे पहले मार्च में 21 वर्षीय युवक तोगली सिनकम को पीएलए ने मैकमहोन रेखा के नजदीक असापिला सेक्टर में पकड़ लिया था जबकि उसके दो दोस्त बचकर भागने में कामयाब हुए थे। पीएलएल ने करीब 19 दिन तक बंधक बनाए रखने के बाद युवक को रिहा किया।