किश्तवाड़। जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ में बादल फटने से भीषण तबाही आ गई है। यहां कई लोग पहाड़ों से आ रहे पानी और मलबे की चपेट में आ गए। इस हादसे में 38 लोगों की जान गई है। साथ ही 65 लोगों को बचाया गया है वहीं 25 से अधिक लोग घायल हुए है। कुछ लोगों की अब भी पहचान की जा रही है। मरने वालों के आंकड़े में वृद्धि हो सकती है। जानकारी लगते ही पुलिस यहां पहुंची है।
घटना पड्डर सब-डिवीजन के चशोटी गांव में की है। दरअसल यह स्थित तब बनीं जब श्रद्धालु मचैल माता मंदिर की यात्रा के लिए निकले थे। जो यात्रा का पहला पड़ाव था। बादल उसी जगह फटा जहां भक्तों की यात्रा शुरू होने वाली थी। यहां श्रद्धालुओं की कई दुकानें थी। जिनमें टेंट, लंगर, बसें सभी पानी में बह गई। मचैल माता तीर्थ यात्रा हर वर्ष अगस्त महीने में होती है।
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सूचना पर कई अधिकारी यहां पहुंचे हैं। घटना में एक रसोई घर बह गया है। और आसपास के कई स्थानीय लोग प्रभावित हुए है। बादल फटने के बाद से ही बचाव कार्य शुरू किया गया है। उपायुक्त पंकज शर्मा ने कहा कि आपदा स्थल पर राहत सहित चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। और लोगों तक जरूरी चीजें उपलब्ध करवाई जा रही है। आसपास के कुछ पहाड़ी क्षेत्रों में नुकसान भी पहुंचा है।
इस यात्रा में हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यह 25 जुलाई से 5 सितंबर तक आयोजित की जाएगी। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने एक्स पर लिखा। “जम्मू-कश्मीर के चशोटी में बादल फटने सकी घटना से दुखी हूँ” मृतकों के प्रति मेरी संवदनाएं और घायलों के शीघ्र ठीक होने की कामना करता हूँ। नागरिक प्रशासन, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ समेत एसडीआरएफ के अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में हर संभव मदद करने के निर्देश दिए गए है। वहीं राज्य के विपक्षी नेता सुनील कुमार शर्मा ने केन्द्रीय राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह को इसकी जानकारी दी है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बचाव दल को तुरंत भेजा गया है। और स्थिति की लगातार निगरानी कर सहायताएं भेजी जा रही है।