नई दिल्ली। देश में कोरोना के टीके के लिए निजी अस्पताल प्रति खुराक 250 रुपये तक वसूल सकते हैं। गुजरात के उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल के बाद अब महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव ने भी यह जानकारी दे दी है। उन्होंने बताया है कि निजी अस्पतालों में टीकाकरण करवाने के लिए 100 रुपये प्रोसेसिंग फीस और 150 रुपये वैक्सीन की कीमत के तौर पर वसूल की जा सकती है। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने यह बात अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कही है। व्यास ने बताया है कि 26 फ़रवरी को नेशनल हेल्थ अथॉरिटी के सीईओ और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव के साथ हुई वर्चुअल मीटिंग में यह जानकारी दी गई थी।

गुजरात के डिप्टी सीएम नितिन पटेल भी कह चुके हैं कि राज्य के निजी अस्पतालों में कोरोना वैक्सीन 250 रुपए प्रति डोज़ की कीमत पर मिलेगी। हालांकि सरकारी अस्पतालों में यह वैक्सीन लोगों को मुफ्त में ही लगाई जाएगी। फिलहाल गुजरात में टीकाकरण के दूसरे चरण के लिए एक मार्च से राज्य भर में 500 टीकाकरण केंद्र स्थापित किए जाएंगे।  

अंग्रेज़ी के एक अखबार ने गुजरात सरकार के स्वास्थ्य एवं लोक कल्याण विभाग की मुख्य सचिव जयंती रवि के हवाले से बताया है कि सरकार द्वारा संचालित टीकाकरण केंद्रों पर मुफ्त टीकाकरण किया जाएगा। जबकि निजी केंद्रों पर पहले प्रोसेसिंग फीस जमा करनी होगी उसके बाद प्रति डोज़ के हिसाब से वैक्सीन की कीमत का भुगतान करना होगा।       

दरअसल केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने हाल ही में कोरोना टीकाकरण के दूसरे चरण की घोषणा की थी। जिसमें 45 की उम्र से अधिक लोगों का टीकाकरण किया जाना है। इसके लिए देश भर में कुल दस हज़ार सरकारी जबकि बीस हज़ार निजी केंद्रों की स्थापना की जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने बताया था कि सरकारी केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण मुफ्त में किया जाएगा, जबकि निजी केंद्रों पर कोरोना टीकाकरण के लिए शुल्क देना होगा। कुछ ही दिनों में निजी केंद्रों के लिए शुल्क निर्धारण की भी बात कही गई थी।