नई दिल्ली। ओलंपिक में देश को पदक दिलाने वाले मशहूर पहलवान सुशील कुमार को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली में रोहिणी कोर्ट ने आज उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। इसी के साथ सुशील कुमार के बचने के सारे रास्ते बंद हो गए हैं। कल ही दिल्ली पुलिस ने सुशील कुमार पर एक लाख रुपए और उनके सहयोगी अजय कुमार पर 50 हजार रुपए का इनाम की घोषणा की थी। इसके बाद सुशील कुमार राहत की उम्मीद में कोर्ट गे थे, लेकिन उन्हें राहत नहीं मिली।

न्यायालय में सुनवाई के दौरान ओलंपियन सुशील कुमार के वकील ने दावा किया कि हत्या के मामले में उनका कोई लेना देना नहीं है। वकील सिद्धार्थ लूथरा और आरएस जाखड़ ने सुशील के हवाले से कहा, 'मैं एक अंतराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी हूं। पद्मश्री समेत देश के तमाम प्रतष्ठित पदकों और सम्मानों से सुसज्जित हूं। मैने ओलिंपिक में देश के लिए दो बार पदक जीता है। मुझे छत्रसाल स्टेडियम में जूनियर एथलीट को ट्रेनिंग देने के लिए आवास मिला हुआ है।' उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस ने इस मामले में कई तथ्यों को छुपाया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक छत्रसाल स्टेडियम में बीते दिनों पहलवानों के दो गुटों के बीच कथित तौर पर मारपीट हुई थी। इस मारपीट के दौरान 23 वर्षीय पूर्व जूनियर राष्ट्रीय चैंपियन पहलवान सागर कुमार की मौत हो गई। चार घंटे तक चली इस मारपीट में दो अन्य लोग घायल भी हुए थे। घायलों ने प्राथमिकी में सुशील कुमार और उनके साथियों को आरोपी बनाया है। पुलिस का दावा है कि उनके पास सुशील कुमार के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं।

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दिल्ली पुलिस ने बताया है कि सागर को बहुत पीटा गया था इस वजह से इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पुलिस को शुरुआती जांच में पता चला है कि इस घटने में सुशील कुमार भी शामिल थे। पुलिस ने मौके से एक डबल बैरल बंदूक भी जब्त की थी। झगड़े के कारणों को प्रॉपर्टी विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। घटना के मुख्य आरोपी सुशील कुमार फरार चल रहे हैं। जांच में सहयोग न करने की वजह से उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है।  पुलिस ने सुशील की पासपोर्ट भी जब्त कर ली है ताकि वे विदेश न भाग सकें।