नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में सांस लेना मुश्किल हो गया है। शुक्रवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 472 तक पहुंच गया। पूरी दिल्ली में घना कोहरा छाया हुआ है। बढ़ते प्रदूषण के कारण नोएडा प्रशासन ने शुक्रवार से 8वीं तक के बच्चों की क्लासेस ऑनलाइन लेने का फैसला किया है। वहीं, दिल्ली में शनिवार से प्राइमरी स्कूल बंद रहेंगे। केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया।

AQI हवा की क्वालिटी मापने का पैमाना है, 450 से ऊपर होने पर इसे बेहद गंभीर माना जाता है यानी फेफड़ों के लिए खतरनाक। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान ने एक संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि पंजाब में अगर पराली जल रही है तो इसके लिए हम जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में पराली जलाने पर दोषारोपण नहीं होना चाहिए। यह पूरे उत्तर भारत से जुड़ी समस्या है।

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सीएम केजरीवाल ने कहा कि किसान भी धान की पराली नहीं जलाना चाहते हैं, लेकिन दो फसलों के बीच सीमित समय के अंतर के कारण उनके पास कोई विकल्प नहीं है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि पंजाब में सरकार बनने के बाद हमारे पास छह महीने का समय था। इसलिए इस समस्या का इतनी जल्दी हल नहीं किया जा सका, अगले साल तक हम इसका कोई ठोस हल निकालने में कामयाब होंगे।

इधर, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण पर कहा कि हर साल धान की पराली के बारे में चर्चा होती है और जब सीजन आता है, तो सभी चिंता प्रकट करते हैं। अब परिस्थिति और बड़ी हो गई है कि पराली पर राजनीति ज्यादा होती है। अगर पराली जलाने से नुकसान है तो खुले मन से स्वीकार करना चाहिए कि हां, नुकसान है। टीवी पर देखो तो जिनका कोई लेना-देना नहीं है, वो लोग पराली पर चर्चा करते हैं।