नई दिल्ली। कृषि कानूनों के खिलाफ साठ दिन से आंदोलन कर रहे किसान नेताओं को गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर परेड निकालने की औपचारिक इजाजत मिल गई है। ये जानकारी सबसे पहले स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव ने दी। योगेंद्र यादव ने यह एलान पुलिस अधिकारियों से मुलाकात के बाद किया। उसके कुछ देर बाद दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ने भी इसकी पुष्टि कर दी। पुलिस ने कहा है कि किसानों की इच्छा को देखते हुए कुछ शर्तों के साथ ट्रैक्टर रैली की इजाजत दी गई है। किसान सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर से दिल्ली के अंदर पहुंचेंगे। इन तीनों बॉर्डर‍ पर बैरिकेड हटाए जाएँगे।



दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर ने कहा कि किसानों के साथ सभी बिंदुओं पर बात हुई है। दिल्ली में तीन जगहों से ट्रैक्टर रैली की इजाज़त दी गई है। पुलिस ने यह इजाज़त कुछ शर्तों के साथ दी है। दिल्ली पुलिस का यह भी कहना है कि रैली में गड़बड़ी की आशंका बढ़ाने वाले इनपुट भी मिले हैं, जिन पर हमारी नज़र बनी हुई है। 





पुलिस अधिकारियों के साथ मुलाकात के बाद योगेंद्र यादव ने किसानों से यह अपील भी की कि वे सिर्फ ट्रैक्टर दिल्ली के अंदर लेकर आएं, ट्रॉलियां न लाएं। योगेंद्र यादव की इस बात से साफ है कि पुलिस ने सिर्फ ट्रैक्टर लाने की इजाजत दी है, ट्रॉली लाने की नहीं।



 





इससे पहले योगेंद्र यादव समेत कई किसान नेताओं ने शनिवार की रात भी कहा था कि पुलिस ने उन्हें ट्रैक्टर परेड निकालने की इजाजत दे दी है। लेकिन रविवार को दिन भर इस बारे में संशय की स्थिति बनी रही। दिल्ली पुलिस की तरफ से शाम को जाकर इस बारे में औपचारिक बयान आया।





इससे पहले समाचार एजेंसी एएनआई ने दिल्ली पुलिस के एक आदेश की कॉपी ट्विटर पर शेयर की है, जिसमें पुलिस वालों को 26 जनवरी के दिन गणतंत्र दिवस परेड के बाद भी सतर्क रहने को कहा गया है, ताकि ट्रैक्टर रैली की वजह से ज़रूरत पड़ने पर उन्हें कानून व्यवस्था की दृष्टि से फौरन तैनात किया जा सके। आज दोपहर में ऐसी खबरें आ रही थीं कि पुलिस शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके इस बारे में स्थिति साफ कर देगी।