नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज बापू की शहादत के दिन को सद्भावना दिवस के तौर पर मनाने का ऐलान किया है। सत्य और अहिंसा के पुजारी बापू की शहादत को याद करते हुए  आज देश के किसान दिन भर उपवास रखेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी बयान के मुताबिक किसान संगठनों ने साझा फैसला लिया है कि आज देश के किसान बापू को श्रद्धांजलि देते हुए सुबह 9 बजे से शाम के 5 बजे तक उपवास रखेंगे। संयुक्त किसान मोर्चा ने देश के सभी किसानों से महात्मा गांधी की 73वीं पुण्यतिथि पर उपवास में शामिल होने की अपील की है। 

बापू की पुण्यतिथि के मौके पर किसानों के इस अनशन का मकसद 26 जनवरी को हुई हिंसक घटनाओं से खुद  को अलग कर यह संदेश देना है कि उनका भरोसा महात्मा गांधी के बताए शांतिपूर्ण और अहिंसक सत्याग्रह में है। 26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हुई हिंसक घटनाओं के बाद किसान आंदोलन के विरोधी उसमें भटकाव आने के आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में गांधी के शहादत दिवस पर किसानों के उपवास रखने का सांकेतिक और वैचारिक महत्व बढ़ गया है। आंदोलन के हिंसक होने के आरोपों के जवाब में क्रांतिकारी किसान यूनियन के नेता दर्शन पाल सिंह ने कहा है कि वे कल भी शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे थे, आज भी शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं और भविष्य में भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी रहेगा। 

किसान संगठनों का आरोप है कि 26 जनवरी और उसके बाद जो भी घटनाएं हुईं, वे किसानों के आंदोलन को बदनाम करने की सरकारी साजिश का हिस्सा हैं। किसान नेताओं का आरोप है कि केंद्र सरकार किसान आंदोलन को कमज़ोर करने के लिए लगातार षड्यंत्र रच रही है। हालांकि किसान नेता दावा कर रहे हैं कि सरकार की ऐसी कोशिशें कामयाब नहीं होंगी, बल्कि अब तो किसान आंदोलन को मिल रहा समर्थन और भी बढ़ गया है।