नई दिल्ली। एलएसी पर जारी तनाव को खत्म करने के लिए भारत और चीन की सेनाओं के बीच हो रही कोर कमांडर स्तर की बैठक का पांचवा राउंड पूरा हो गया है। दस घंटे से अधिक चली इस बैठक में भारत ने पैंगोग सो इलाके से चीनी सेना के पीछे हटने पर चर्चा की। यह बैठक दो अगस्त को सुबह 11 बजे शुरू हुई थी और रात में 9.30 बजे खत्म हुई।

न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी। यह बैठक चीन की तरफ मोलडो में हुई।इससे पहले यह जानकारी मिली थी कि चर्चा का प्रमुख बिंदु तनाव वाली जगहों से सैनिकों को पीछे हटाने के लिए अंतिम फ्रेमवर्क तैयार करना होगा। वहीं 14 जुलाई को भारत और चीन की सेनाओं के बीच चौथी कोर कमांडर स्तर की बैठक हुई थी, जबकि 6 जुलाई को तनाव कम करने के कदम उठने शुरू हुए थे। तब भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच लगभग दो घंटे की टेलिफोनिक वार्ता हुई थी।

तनाव कम करने के कदमों के तहत चीन की सेना गलवान घाटी सहित कुछ और बिंदुओं से पीछे हट गई है। हालांकि, चीनी सेना पैंगोग सो में फिंगर इलाकों से पीछे नहीं हटी है, जैसी की भारत की मांग है। भारत लगातार कह रहा है कि चीन को फिंगर चार और फिंगर आठ से पीछे हट जाना चाहिए।

24 जुलाई को दोनों पक्षों के बीच हुई राजनयिक स्तर की बैठक के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि दोनों पक्ष इस बात सहमत हुए हैं कि द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल्स के तहत एलएसी पर त्वरित और पूरी तरह से तनाव कम करना दोनों देशों के रिश्तों के विकास के लिए जरूरी है।