कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ईस्टर्न रेलवे के मुख्यालय में भीषण आग लगने से 9 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 दमकलकर्मी, एक एसआई और 2 आरपीएफ के जवान शामिल भी हैं। बिल्डिंग में आग लगने के बाद रेस्क्यू के लिए बिल्डिंग में दाखिल होने की कोशिश के दौरान रेस्क्यू टीम के लोग आग की चपेट में आ गए। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मृतक के परिजनों को 10-10 लाख रुपए आर्थिक मुआवजा और परिवार के एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। 

यह हादसा सोमवार शाम करीब 6 बजे हुआ। स्टैंड रोड पर स्थित 14 मंज़िला इमारत न्यू कोयलाघाट बिल्डिंग में आग लग गई। यह आग बिल्डिंग के 13 वीं मंजिल पर लगी थी। आग लगने की सूचना मिलने पर फायर ब्रिगेड की टीम आनन फानन में दुर्घटनास्थल पर पहुंची। लेकिन लोगों को एलिवेटर से रेस्क्यू करने जाने के दौरान सात लोगों की मौत हो गई। इसमें फायर ब्रिगेड और आरपीएफ के कर्मचारी शामिल हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एलिवेटर से ऊपर जाते वक्त उसमे सवार सभी लोग आग की चपेट में आ गए।

ममता बनर्जी सोमवार रात में दुर्घटनास्थल पर पहुंची। ममता ने कहा कि हमें सावधान रहना चाहिए। आग लगने के बाद लिफ्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। ममता बनर्जी ने कहा कि कोई आर्थिक मुआवजा मृतकों के परिजनों को हुई क्षति की भरपाई नहीं कर सकता लेकिन फिर भी मैं दस लाख रुपए की आर्थिक सहायता की घोषणा करती हूं। ममता ने मृतकों के परिवार से किसी एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया।

इसके साथ ही ममता ने रेलवे बिल्डिंग को लेकर कहा कि यह एक बहुत पुरानी बिल्डिंग है। जब मैं यहां पहुंची तब मुझे लगा कि रेलवे की तरफ से कोई अधिकारी भी यहां मौजूद होगा। लेकिन यहां कोई नहीं था। हमने इस बिल्डिंग के लिए एक बिल्डिंग प्लान देने के लिए रेलवे से कहा था। लेकिन मुझे पता चला है कि इसमें भी रेलवे की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला। ममता ने कहा कि वे इसका राजनीतिकरण नहीं करना चाहती हैं। लेकिन रेलवे की जिम्मेदारी होने के बावजूद उनके किसी भी अधिकारी का नहीं पहुंचना दुर्भाग्यपूर्ण है।