गुवाहाटी। असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई का निधन हो गया है। उन्होने 84 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। वे पिछले कई महीनों से बीमार चल रहे थे। अगस्त में कोरोना संक्रमित होने के बाद वे पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशंस से पीड़ित थे। असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने उनके निधन की पुष्टि की है।



सोमवार सुबह सुबह से ही उनकी हालत नाजुक थी, गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में सोमवार शाम उनका निधन हो गया।  तरुण गोगोई के अंगों ने काम करना बंद कर दिया था। गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की ओर से बताया गया था कि सुबह हाल्फ कॉन्शियस थे। गोगोई को कोरोना संक्रमित होने पर 2 नवंबर को GMCH में दाखिल कराया गया था। 



गौरतलब है कि तरुण गोगोई साल 2001 से 2016 तक तीन बार असम के मुख्यमंत्री रहे। सबसे लंबे वक्त तक असम का मुख्यमंत्री रहने का रिकॉर्ड भी उनके नाम दर्ज है। 1 अप्रैल 1936 को जन्मे तरुण गोगोई कांग्रेस के सबसे वरिष्ठ नेताओं में शामिल थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तरुण गोगोई के निधन पर शोक जताया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी गोगोई के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कांग्रेस पार्टी और असम की जनता के लिए दिवंगत नेता के योगदान को याद किया है। राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने तरुण गोगोई के निधन पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ट्वीट में लिखा है कि असम के मुख्यमंत्री के तौर उन्होंने असम के विकास और उन्नति के लिए कार्य किया।



 





कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी तरुण गोगोई को याद करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि दी है। उन्होंने तरुण गोगोई के साथ अपने पुराने संबंधों को याद करते हुए ट्विटर पर लिखा है, "तरुण दा के निधन की खबर से बेहद दुख हुआ। कांग्रेस महासचिव के तौर पर असम का प्रभारी रहने के दौरान मुझे उनके साथ काम करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था। उनके निधन से कांग्रेस ने एक दिग्गज नेता खो दिया। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।"