नई दिल्ली। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गई। उन का अंतिम संस्कार दिल्ली के लोधी रोड श्मशान में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। प्रणब मुखर्जी के बेटे अभिजीत मुखर्जी ने मुखाग्नि दी। 



पूर्व राष्ट्रपति और भारत रत्न प्रणब मुखर्जी का सोमवार 31 अगस्त को 84 वर्ष की उम्र में देहांत हो गया था।अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर निवास स्थान 10, राजाजी मार्ग नई दिल्ली पर लाया जा चुका है। यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सहित तीनों सेनाओं के प्रमुखों और अन्य गणमान्य लोगों ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किए। 





ग़ौरतलब है कि 84 वर्षीय मुखर्जी को 10 अगस्त को आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके मस्तिष्क में खून के थक्के जम गए थे जिसके बाद उनकी ब्रेन सर्जरी की गई थी। इलाज के दौरान ही उनकी कोरोना जांच हुई थी जिसमें वह पॉजिटिव पाए गए थे। इसके बाद उन्हें श्वास संबंधी परेशानी और फेफड़ों में संक्रमण हो गया जिसके बाद से उनकी हालत नाजुक बनी हुई थी।