पुदुच्चेरी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी के दौरे से ठीक पहले पुदुच्चेरी की वी नारायणसामी सरकार पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। खबर है कि राज्य में कांग्रेस के 4 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है। जिसकी वजह से राज्य की कांग्रेस-डीएमके की सरकार संकट में आ गई है। राहुल गांधी बुधवार को ही पुदुच्चेरी के दौरे पर जा रहे हैं। ऐेसे में सवाल यह भी उठ रहे हैं कि क्या राहुल अपनी यात्रा के दौरान इस संकट का समाधान निकाल पाएंगे? 

पुदुच्चेरी की सियासत में आज उस वक्त हलचल पैदा हो गई जब कांग्रेस विधायक ए जॉन कुमार ने इस्तीफा दे दिया। ए जॉन कुमार ने कांग्रेस में असंतोष का हवाला देते हुए कांग्रेस पार्टी से किनारा कर लिया। जॉन से पहले पार्टी के तीन विधायक, कृष्ण राव, नमिचिवम और थिपिनदान पार्टी से इस्तीफा दे चुके हैं। ऐसे में 33 सदस्यों वाली विधानसभा में कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ गई है। 

हालांकि कांग्रेस डीएमके गठबंधन के पास अभी भी 14 विधायक मौजूद हैं। जिसमें कांग्रेस के 10, डीएमके के तीन, और एक निर्दलीय विधायक हैं। वहीं विपक्ष के पास भी सदन में 14 विधायक हैं। AINRC के पास 7, AIADMK के पास 4 और बीजेपी के पास 3 विधायक हैं।

मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने सरकार में पैदा हुई स्थिरता को देखते हुए कैबिनेट की बैठक बुलाई है। नारायणसामी और उनकी कैबिनेट ने विधानसभा को भंग करने के बनिस्बत बहुमत परीक्षण का रास्ता अख्तियार करने का मन बनाया है। दिलचस्प बात यह है कि कल कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी खुद पुडुचेरी के दौरे पर रहेंगे। वहां पर राहुल गांधी को मछुआरों और छात्राओं से संवाद भी करना है। लेकिन उससे पहले ही पुदुच्चेरी की सियासत में पनपे तूफान से राहुल कैसे निपटेंगे, यह देखना काफी दिलचस्प होगा।

पुदुच्चेरी उन पांच राज्यों में शामिल है जहां इस मर्तबा विधानसभा चुनाव होने हैं। पुदुच्चेरी के अलावा तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, असम और केरल में विधानसभा चुनाव होना है। पुदुच्चेरी ही केवल एक ऐसी जगह है जहां कांग्रेस पार्टी सत्ता में है। ऐसे में अगर पुदुच्चेरी की कांग्रेस सरकार गिर जाती है तो यह विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस के लिए एक बहुत बड़ा झटका होगा।