नालंदा। बिहार के नालंदा में छेड़खानी का विरोध करने पर बदमाशों ने पति-पत्नी को गोली मार दी। इलाज के लिए दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना नूरसराय थाना क्षेत्र के शेरपुर गांव की है। बताया जा रहा है कि यहां बदमाशों ने धनंजय कुमार और उसकी पत्नी बबीता देवी पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी।

घटना के बाद पूरा इलाके में हड़कंप मच गया। इलाज के लिए धनंजय और उसकी पत्नी बबीता को सदर अस्पताल ले जाया गया। वहां से बेहतर इलाज के लिए डॉक्टरों ने उन्हें पटना रेफर कर दिया। उधर, गोलीबारी की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। नूरसराय पुलिस ने सदर अस्पताल पहुंच कर पति-पत्नी का बयान दर्ज कराया। महिला की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।

जानकारी के मुताबिक, धनंजय ऑटो चालक है। जख्मी युवक के पिता का आरोप है कि जब उसका बेटा अपने घर पहुंचा तो बदमाश उसकी पत्नी के साथ छेड़छाड़ कर रहे थे। जिसका विरोध धनंजय ने किया। जिसके बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान गोली धनंजय और उसकी पत्नी को लग गई।

हैरानी की बात यह है कि घायल दंपति के परिजनों की इस बात को पुलिस नहीं मान रही है। उसका दावा है कि हमला किसी और आपसी विवाद की वजह से हुआ है। छेड़खानी को लेकर कोई विवाद होने की बात सामने नहीं आ रही है। स्थानीय थानाध्यक्ष का दावा है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। जांच के बाद ही पूरे मामले से पर्दा उठ सकेगा। सवाल यह है कि जब घायल युवक के पिता छेड़छाड़ की बात बता रहे हैं तो पुलिस उस पर यकीन करने को तैयार क्यों नहीं है? वो भी तब जबकि भारतीय समाज में लोग आमतौर पर घर की महिलाओं के साथ छेड़खानी की बात छिपाने की कोशिश करते हैं। ऐसे में कोई शख्स अपनी बहू के साथ छेड़खानी की बात बेवजह क्यों कहेगा?