कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर झारखंड सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। प्रदेश में एक सप्ताह की पूर्णबंदी का एलान किया है। प्रदेश में 22 अप्रैल से 29 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सब कुछ बंद रखने की घोषणा की गई है। प्रदेश में धार्मिक स्थल खोलने की परमीशन दी गई है। इस दौरान श्रद्धालुओं को जाने की  अनुमति नहीं होगी। मजदूरों का पलायान रोकने की कवायद के तहत खदानों, खेतों में काम जारी रहेगा। इस दौरान भवन, सड़क निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को जारी रखा गया है।



 





इस लॉकडाउन में आवश्यक सामान की दुकानों को छोड़कर सभी दुकानें बंद होंगी। सभी दफ्तर बंद रहेंगे। केवल वे विभाग जो आवश्यक सेवाओं से जुड़े हैं उन्हें खोलने की परमीशन दी गई है। बाकी केंद्र, राज्य सरकार और निजी आफिसों को बंद रखने का आदेश दिया गया है। लोगों को अनुमति प्राप्त कार्यों के अलावा अपने घर से बाहर नहीं निकलने दिया जाएगा। किसी भी हाल में 5 से अधिक लोगों के जमा होने पर रोक रहेगी



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गौरतलब है कि बीते 24 घंटों में प्रदेश में 3992 नये मामले उजागर हुए हैं। अब प्रदेश में कोरोना मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 1,62,945 हो गयी है। सोमवार को कोरोना से 50 मरीजों की मौत हुई है। जिसके बाद मरने वालों का आंकड़ा 1456 तक पहुंच गया है। अब प्रदेश सरकार ने सुरक्षा सप्ताह के तहत सात दिनों का लॉकडाउन घोषित कर दिया है। फिलहाल प्रदेश में धारा 144 लागू है। रात्रि 8 बजे के बाद सख्ती की जा रही है। सीएम हेमंत सोरेन ने लोगों से बेवजह घर से बाहर नहीं निकलने की अपील की है।