नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जिओ ने भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के खिलाफ टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (TRAI) से शिकायत की है। जिओ का आरोप है कि पंजाब और पूरे उत्तर भारत में ये दोनों कंपनियां जिओ के खिलाफ भ्रामक दुष्प्रचार का अभियान चला रही हैं। कंपनी का आरोप है कि ये दोनों कंपनियां इस गलत प्रचार को हवा दे रही हैं कि केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों की वजह से जिओ के मालिक रिलायंस समूह को नाजायज लाभ हो रहा है। जिओ ने ट्राई से शिकायत की है एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के इस दुष्प्रचार की वजह से जिओ के ग्राहक बड़े पैमाने पर मोबाइल नंबर पोर्ट कराने के आवदेन दे रहे हैं। 

जिओ ने ट्राई से अपनी शिकायत में कहा है कि एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ग्राहकों को समझा रही हैं कि वे अगर किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हैं तो जिओ की सेवाएं छोड़कर अपना नंबर उनके पास पोर्ट करा लें। जिओ का आरोप है कि दोनों कंपनियां अपने कर्मचारियों, रिटेलरों और एजेंटों के जरिए इस झूठ का प्रचार करके जिओ के नंबर पोर्ट कराने की मुहिम चला रही हैं।

क्या है पूरा मामला

दरअसल केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ बड़े पैमाने पर किसानों का आंदोलन चल रहा है। किसान आरोप लगा रहे हैं कि मोदी सरकार तीन नए कृषि कानूनों के जरिए सरकार उन्हें कॉरपोरेट के हवाले करना चाहती है। कई किसान नेता खास तौर पर अंबानी और अदाणी उद्योग समूहों के उत्पादों और सेवाओं के बहिष्कार का एलान भी कर चुके हैं। इसी एलान के तहत पंजाब-हरियाणा में बड़े पैमाने पर लोगों के जिओ का नंबर पोर्ट कराने की बात भी सामने आई है। 

मीडिया में आए किसान नेताओं के बयानों के मुताबिक जिओ का नंबर पोर्ट कराने वाले लोगों की संख्या लाखों में है। अब जिओ ने इसके लिए अपनी प्रतिद्वंद्वी टेलिकॉम कंपनियों को जिम्मेदार ठहरा कर इस मामले में एक नया एंगिल जोड़ दिया है। 

एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने आरोप को गलत बताया

जिओ के इन आरोपों को दोनों ही टेलिकॉम कंपनियों ने सिरे से खारिज कर दिया है। जिओ की तरफ से शिकायत किए जाने के बाद एयरटेल ने भी ट्राई को पत्र लिखा है, जिसमें जिओ के लगाए सभी आरोपों को आधारहीन बताया है। वोडाफोन आइडिया ने भी जिओ के तमाम सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया है।