मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में लगातार विवादित टिप्पणियों और महाराष्ट्र सरकार पर सवाल उठाने के बाद से चर्चा में आई अभिनेत्री कंगना रनौत ने रविवार (13 सितंबर) को महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात की। तकरीबन 45 मिनट तक चली इस मुलाकात के दौरान उनके साथ उनकी बहन रंगोली भी थी। इस दौरान कंगना ने राज्यपाल के सामने अपनी बातें रखी और बीएमसी द्वारा दफ्तर तोड़े जाने के मामले में न्याय की मांग की। 

दरअसल, सुशांत सिंह राजपूत मामले में बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत और शिवसेना के बीच काफी समय से जुबानी जंग चल रही है। यह मामला तब और बढ़ गया जब कंगना ने मुंबई की तुलना पाक अधिकृत कश्मीर से करते हुए कहा कि वह फ़िल्म माफियाओं से ज्यादा मुंबई पुलिस से डरती हैं। इसी दौरान मुंबई स्थित कंगना के दफ्तर को बीएमसी ने कथित रूप से अवैध निर्माण बताकर ध्वस्त कर दिया। बीएमसी के इस एक्शन को मीडिया और कंगना ने बदले की करवाई बताया जिसके बाद मामले ने तूल पकड़ लिया।

राज्यपाल ने मुझे बेटी की तरह सुना

इस मुलाकात के बाद कंगना ने मीडिया से कहा कि वह एक आम नागरिक के नाते महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने गई थी और इस दौरान कोश्यारी ने उन्हें बेटी की तरह सुना। उन्होंने कहा, 'मेरे साथ अभद्र व्यवहार हुआ है इसके लिए मैने राज्यपाल से न्याय की मांग की है। मेरे साथ क्या-क्या हुआ इस बात की पूरी जानकारी मैने राज्यपाल को दी है और न्याय की मांग की है।

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राजनीति से कोई लेना देना नहीं

कंगना ने आगे कहा, 'राजनीति से मेरा कोई लेना देना नहीं है। मुझे पूरी उम्मीद है की मुझे न्याय मिलेगा। बता दें कि बीएमसी की करवाई के बाद यह खबरें आई थी कि राज्यपाल इस कार्रवाई से नाराज हैं और वे केंद्र सरकार को मामले की रिपोर्ट देंगे। हालांकि कोश्यारी ने इस बात से इंकार किया कि उन्होंने कंगना के दफ्तर के कथित अवैध निर्माण ढहाए जाने को लेकर नाराजगी प्रकट की थी।