मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना महामारी के बिगड़ते हालात के मद्देनज़र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गाइडलाइन्स का पालन न करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की है कि वे कोरोना से बचाव के उपायों पर कड़ाई से अमल करें और उन्हें फिर से लॉकडाउन लागू करने के लिए मजबूर न करें। उद्धव ने कहा कि इसे उनकी तरफ से अंतिम चेतावनी समझा जाए। शनिवार को महाराष्ट्र में कोरोना इंफेक्शन के 15 हजार 602 नए मामले आए, जबकि 88 संक्रमितों की मौत हो गई।   

तेज़ी से फैलते संक्रमण को ध्यान में रखते हुए उद्धव ठाकरे ने शनिवार को होटल और रेस्तरां मालिको के संगठनों और शॉपिंग सेंटर्स के प्रतिनिधियों के साथ डिजिटल बैठक की। इस दौरान सीएम ने कहा, 'हमें सख्त लॉकडाउन लागू करने के लिए मजबूर न करें। इसे अंतिम चेतावनी मानें। सभी नियमों का पालन करें। सभी को यह मालूम होना चाहिए कि आत्म-अनुशासन और प्रतिबंधों के बीच अंतर है।' उन्होंने कहा कि उनकी सरकार महामारी के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है और लोगों से इस तरह के कठोर निर्णय लेने से बचने के लिए सहयोग चाहती है।

सीएम ठाकरे ने आगे कहा कि, 'शुरुआती दिनों में नियमों का पालन किया जा रहा था। मगर बाद में अधिकांश होटल और रेस्तरां सामाजिक दूरी बनाए रखने और मास्क के उपयोग का पालन करवाने में विफल साबित हुए हैं। स्थिति अभी भी आपके हाथों में है। आपको अपने लिए देखना होगा कि कोरोना गाइडलाइन्स का सही ढंग से और सख्ती से पालन किया जाए। सभी लोग नियमों को नहीं तोड़ रहे हैं, लेकिन जो लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं, वे खतरे को बढ़ा रहे हैं।'

नहीं चाहते लॉकडाउन लागू करना : ठाकरे

मुख्यमंत्री ने साफ किया कि वे राज्य में लॉकडाउन लागू करना नहीं चाहते हैं। उन्होंने कहा, 'हमने इस आर्थिक चक्र को शुरू कर दिया है। अगर हर कोई सहयोग करता है, तो संक्रमण को रोका जा सकता है। इसलिए आप हमें लॉकडाउन जैसे सख्त प्रतिबंधों को लगाने के लिए मजबूर न करें।'  महाराष्ट्र में इस समय नागपुर और अकोला में लॉकडाउन लागू किया जा चुका है। औरंगाबाद में वीकेंड लॉकडाउन लगाया गया है। इसके अलावा पुणे में नाइट कर्फ्यू लागू है।

महाराष्ट्र में शनिवार को 15,602 नए मामले आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 22 लाख 97 हजार 793 तक जा पहुंची है। 88 लोगों की मौत के बाद मृतकों की संख्या 52 हजार 811 हो गई है। राज्य में विभिन्न शहरों से लगातार ऐसी तस्वीरें आ रही हैं, जिनसे लगता है कि कारोबारी और उनके ग्राहक कोरोना नियमों का मुस्तैदी से पालन नहीं कर रहे हैं। कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने की यह एक बड़ी वजह है।