नई दिल्ली। संसद के ऊपरी सदन में विपक्ष के नए नेता मल्लिकार्जुन खड़गे होंगे। कांग्रेस ने इसके लिए सभापति वैंकैया नायडू को आवेदन भी भेज दिया है। चूंकि राज्यसभा में विपक्ष के मौजूदा नेता गुलाम नबी आज़ाद का कार्यकाल 15 फरवरी को समाप्त हो रहा है, लिहाज़ा कांग्रेस पार्टी ने मल्लिकार्जुन खड़गे में अपना भरोसा जताया है। 

मल्लिकार्जुन खड़गे इससे पहले मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल के दौरान लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं। उस दौरान खड़गे कर्नाटक के गुलबर्गा से निर्वाचित हो कर आए थे। लेकिन खड़गे पिछला चुनाव हार गए, लिहाज़ा कांग्रेस ने पिछले साल अपने नेता को राज्यसभा भेजा था। 

अब तक गुलाम नबी आज़ाद राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे। जबकि कांग्रेस नेता आंनद शर्मा राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता हैं। चूंकि गुलाम नबी आज़ाद का कार्यकाल समाप्त हो रहा है, ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि कांग्रेस राज्यसभा में आनंद शर्मा को अपना चेहरा बना सकती है। लेकिन पिछले वर्ष कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे पत्र में आंनद शर्मा भी थे, जिन्होंने कांग्रेस नेतृत्व में फेरबदल करने की मांग की थी। इसलिए पार्टी ने आनंद शर्मा में भरोसा जताने का कोई रिस्क नहीं लिया।

मल्लिकार्जुन खड़गे लोकसभा में कांग्रेस का प्रतिनिधत्व भी कर चुके हैं और पार्टी के वरिष्ठतम तथा दिग्गज नेताओं में उनकी गिनती होती है। खड़गे को एक लम्बी राजनीति का अनुभव भी है। इसलिए कांग्रेस ने खड़गे को राज्यसभा में पार्टी की अगुवाई सौंपने का मन बनाया है। लोकसभा में इस समय नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी हैं।