कोलकाता/नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एक बार फिर सत्ता में वापसी कर सकती हैं। राज्य के मतदाताओं का यह रुझान एबीपी न्यूज़ सीएनएक्स के ओपिनियन पोल में सामने आया है। एबीपी न्यूज़ सीएनएक्स ओपिनियन पोल के मुताबिक 294 सदस्यों वाली पश्चिम बंगाल विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस 154 से 164 सीटें हासिल करके जीत की हैट्रिक लगा सकती हैं।

सीटों के अलावा वोट प्रतिशत में भी ममता बनर्जी काफी आगे नज़र आ रही हैं।सीएनएक्स के मुताबिक बंगाल में टीएमसी को सबसे ज़्यादा 42 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है। जबकि बीजेपी को 34 फीसदी वोट से ही संतोष करना पड़ सकता है। ओपिनियन पोल में कांग्रेस और लेफ्ट की स्थिति अच्छी नज़र नहीं आ रही है। कांग्रेस और लेफ्ट के गठबंधन के खाते में अधिक से अधिक 19 फीसदी वोट आने का अनुमान है। इस गठबंधन को ज़्यादा से ज़्यादा 30 सीटें मिलने का अनुमान जाहिर किया गया है।

ओपिनियन पोल में बीजेपी सत्ता से भले ही दूर लग रही हो, लेकिन पहले के मुकाबले उसका प्रदर्शन काफी बेहतर होने की उम्मीद जाहिर की गई है। पोल के मुताबिक बीजेपी चुनाव में 102 से 112 विधानसभा सीटें जीत सकती है। जबकि पिछले चुनावों में बीजेपी की झोली में केवल तीन सीटें ही गई थीं। हालांकि यह आंकड़ा बीजेपी को सत्ता में पहुंचाने के लिए काफी नहीं है। पश्चिम बंगाल में सरकार बनाने के लिए कम से कम 148 सीटें जीतना जरूरी है। ऐसे में ओपिनियन पोल के हिसाब से ममता बनर्जी की एक बार फिर से सत्ता में वापसी तय है। 

टाइम्स नाउ-सी वोटर ओपिनियन पोल में भी ममता की वापसी का अनुमान

टाइम्स नाउ-सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक भी पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की सत्ता में तीसरी बार वापसी हो रही है। इस पोल के मुताबिक़ टीएमसी को इस बार 154 सीटें मिल सकती हैं, जबकि बीजेपी  को 107 सीटें मिलने का अनुमान है। 2016 में टीएमसी को 211 सीटें मिली थीं, जबकि भाजपा को सिर्फ 3 सीटें मिली थीं। इस पोल के मुताबिक़ कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को इस बार 33 सीटें मिलने का अनुमान है। टाइम्स नाऊ-सी वोटर के ओपिनियन पोल के मुताबिक टीएमसी को 42.2 फ़ीसदी, बीजेपी को 37.5 फ़ीसदी और कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन को 14.8 फ़ीसदी वोट मिलने का अनुमान है।

पश्चिम बंगाल में भले ही ममता बनर्जी के सत्ता रिटेन करने की संभावना ज़्यादा हो, लेकिन पिछले चुनावों की तुलना में टीएमसी के प्रदर्शन में गिरावट होती दिख रही है। 2016 विधानसभा चुनावों में टीएमसी के खाते में 211 सीटें गई थीं, लेकिन इस मर्तबा उसे करीब 50 सीटों का नुकसान होता दिख रहा है।