नईदिल्‍ली। कोरोना से निपटने के लिए लॉकडाउन सहित विभिन्‍न कदमों पर प्रधानमंत्री मोदी सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर रहे हैं। चर्चा में अमरिंदर सिंह (पंजाब), ममता बनर्जी (पश्चिम बंगाल), उद्धव ठाकरे (महाराष्ट्र), योगी आदित्यनाथ (उत्तर प्रदेश), मनोहर लाल खट्‌टर (हरियाणा), के चंद्रशेखर राव (तेलंगाना) और नीतीश कुमार (बिहार) समेत दूसरे राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। पंजाब, महाराष्ट्र और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन बढ़ाने की मांग की।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुझाव दिया कि लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ाया जाए। केजरीवाल ने तीन सुझाव दिए। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन जारी रखने का फैसला राष्ट्रीय स्तर पर लिया जाए। राज्य अगर अपने स्तर पर लॉकडाउन फैसला लेंगे तो संक्रमण की रोकथाम असरदार नहीं होगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर किसी वजह से लॉकडाउन हटाया जाता है तो परिवहन सेवाएं बहाल न हों। वहीं, कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उद्योगों और कृषि क्षेत्र को लॉकडाउन से छूट देने का सुझाव दिया। उन्होंने अपने राज्य के लिए अतिरिक्त जांच किट उपलब्ध करवाने की भी मांग की।

प्रधानमंत्री के साथ मुख्यमंत्रियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऐसे समय में हो रही है जब कई राज्य एवं अनेक विशेषज्ञों ने केंद्र सरकार से आग्रह किया है कि कोरोना वायरस के मद्देनजर 25 मार्च को लागू 21 दिनों के देशव्यापी लॉकडाउन को 14 अप्रैल से आगे बढ़ाया जाए।  

प्रधानमंत्री को कई राज्य, जिला प्रशासन और विशेषज्ञों ने वायरस को फैलने से रोकने के लिये लॉकडाउन को बढ़ाने का सुझाव दिया है। ओडिशा में लॉकडाउन को 30 अप्रैल तक बढ़ने का निर्णय किया है। माना जा रहा है कि देशभर में लॉकडाउन 30 अप्रैल तक बढ़ाया जा सकता है। मोदी ने 24 मार्च को अपने दूसरे संबोधन में 21 दिन के लॉकडाउन का ऐलान किया था।

मास्‍क पहन कर आए पीएम और सीएम

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान प्रधानमंत्री मोदी मास्क लगाकर चर्चा करते दिखाई दिए। इसके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने भी मास्क पहन रखा है। प्रधानमंत्री का मास्‍क घर के बने गमछे के मास्‍क जैसा था।