चेन्नई। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास में कोरोना वायरस के 100 से ज्यादा मामले मिलने से हड़कंप मच गया है। कोरोना के इतने मामले सामने आने के बाद संस्थान प्रबंधन ने संस्थान के सभी विभागों को बंद करने का फैसला लिया। बताया जा रहा है कि जो कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं, उनमें सबसे ज्यादा संख्या छात्रों की है। कैंपस में मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका है।

कैंपस में करीब 774 स्टूडेंट्स हैं, जिनमें से 66 कोरोना संक्रमित मिले हैं। तमिलनाडु के स्वास्थ्य सचिव जे राधाकृष्णन ने बताया कि करीब 104 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि हुई है। सभी का इलाज अस्पताल में चल रहा है और सभी की हालत सामान्य है। बता दें कि 9 हॉस्टल और एक गेस्ट हाउस में कोरोना वायरस के मरीज मिल रहे हैं। कैंपस में कोरोना वायरस की शुरूआत 9 दिसंबर से हुई थी। इस दिन कोरोना वायरस के 4 मामले सामने आए थे। सबसे ज्यादा कोरोना वायरस के मरीज कृष्णा और युमना होस्टल से मिल रहे हैं।

संस्थान की ओर से जारी एक सर्कुलर जारी किया गया है। जिसमें सभी विभाग, केंद्रों और लाइब्रेरी को तत्काल प्रभाव से अगले आदेश तक के लिए बंद करने के लिए कहा गया है। इस सर्कुलर में सभी स्टाफ शिक्षकों घर से काम करने की सलाह दी गई। वहीं छात्रों को होस्टल के कमरों में खुद को सीमित रखने को भी कहा गया है। इस दौरान ऑनलाइन क्लासेज के जरिए छात्र अपनी पढ़ाई जारी रखेंगे।

कैंपस में इस वजह से फैला कोरोना

रिपोर्ट्स के मुताबिक कैंपस में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना वायरस फैलने की वजह सिर्फ एक मेस है। मेस में लापरवाही बरती गई, लोग काफी संख्या में इकट्ठा हो जाते थे। सोशल डिस्टेंसिंग का पालना करना तो दूर की बात बिना मास्क के ही मेस में इधर-उधर घूमते थे। हालांकि अब मेस को बंद कर दिया गया है और छात्रों के कमरे तक खाना पहुंचाया जा रहा है।