Chandrayaan 3: इसरो का मिशन चंद्रयान 3 कुछ ही घण्टों में इतिहास रचने जा रहा है। चंद्रयान 3 मिशन अपने अंतिम पड़ाव में विक्रम लैंडर चांद के साउथ पोल पर शाम 6 बजकर 4 मिनट पर लैंड करेगा। इसरो के इस मिशन की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में लोग पूजा अर्चना कर ईश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं। धार्मिक नगरी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में भी मिशन की सफलता के लिए विशेष पूजा और भस्म आरती की गई है।


महाकालेश्वर मंदिर के पंडित यश गुरु ने कहा कि भस्म आरती के दौरान भगवान महाकाल का दूध, दही, जल, शहद, फलों के रस से अभिषेक कर भारत के मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के लिए प्रार्थना की। महाकाल से इस अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों के लिए भी प्रार्थना की गई है। यश गुरु ने बताया कि महाकाल के दरबार में की गई प्रार्थना कभी असफल नहीं होती है। आज दिन भर चंद्रयान-3 की सफलता के लिए महाकाल के दरबार में पूजा अर्चना का दौर जारी रहेगा।


महाकाल मंदिर के पंडित आशीष गुरु ने कहा कि चंद्रमा भगवान शिव का आभूषण है और उनके मस्तिष्क पर विराजमान होते हैं। भारत इतिहास रचने से कुछ ही घण्टों की दूरी पर है। इसलिए बुधवार शाम को चंद्रयान की लैंडिंग तक मंदिर में पूजा की जाएगी। रात में शयन आरती के दौरान भगवान महाकाल का धन्यवाद भी किया जाएगा।


इसरो प्रमुख एस सोमनाथ प्रमुख मिशन के शुरू होने के पूर्व महाकाल मंदिर आकर भगवान महाकाल का आशीर्वाद ले चुके हैं। महाकाल मंदिर के अलावा पुणे के सिद्धि विनायक मंदिर, तमिलनाडु के रामेश्वरम मंदिर, सहित देश के विभिन्न मंदिरों में पूजा अर्चना की जा रही है।


बता दें भारत का मिशन चन्द्रयान-3 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया था। इसका बजट 615 करोड़ रुपये है। 40 दिन की लंबी यात्रा के बाद आज शाम 6.04 बजे चन्द्रयान मिशन के तहत विक्रम लैंडर चांद की सतह पर उतरेगा।