पटना। नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर अगले सप्ताह शपथ ले सकते हैं। माना जा रहा है कि दिवाली के बाद 16 नवंबर को भाई दूज के लिए दिन शपथ ग्रहण समारोह किया जा सकता है। हालांकि मंत्रिमंडल के बारे में अब तक कोई फैसला नहीं हुआ है। शपथ ग्रहण से पहले नीतीश को राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपना होगा, जिसे स्वीकार करने के बाद राज्यपाल उन्हें नए सिरे से शपथ लेने का न्योता देंगे।

बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश की पार्टी जेडीयू की कम सीटें आने के बाद ऐसी अटकलें भी लगाई जा रही थीं कि हो सकता है इस बार नीतीश को मुख्यमंत्री की कुर्सी न मिले। लेकिन पीएम मोदी ने बुधवार को एक बार फिर से तमाम अटकलों को खारिज करते हुए एलान कर दिया कि बिहार में एक बार फिर नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री बनेंगे। नीतीश कुमार कुल मिलाकर सातवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 74 सीटें मिली हैं, जबकि जेडीयू सिर्फ 43 सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है। 

नीतीश कुमार ने कब-कब मुख्यमंत्री पद की शपथ ली

3 मार्च 2000 में उन्होंने पहली बार सीएम पद की शपथ ली थी। उस वक्त स्पष्ट बहुमत ना होने की वजह से 7 दिन बाद ही उनकी सरकार गिर गई थी। जिसके बाद 24 नवंबर 2005 को नीतीश दूसरी बार बिहार के मुख्यमंत्री बने। 26 नवंबर 2010 में तीसरी बार नीतीश सीएम पद की शपथ ली और चौथी बार 22 फरवरी 2015 को शपथ ली। राजद के साथ गठबंधन के बाद नीतीश  20 नवंबर 2015 को पांचवीं बार सीएम बने। छठी बार बीजेपी से गठबंधन के बाद 27 जुलाई 2017 को शपथ ली।

आपको बता दें, नीतीश कुमार बिहार में सर्वाधिक समय तक सीएम रहने की राह पर बढ़ चले हैं। सबसे ज्यादा समय तक बिहार का सीएम रहने का रिकॉर्ड फिलहाल श्रीकृष्ण सिंह के नाम है, वे 17 वर्ष 52 दिन तक इस पद पर रहे। वहीं नीतीश कुमार को इस पद पर 14 वर्ष 82 दिन हुए हैं।