हाथरस जाते समय प्रियंका गांधी के साथ नोएडा पुलिस के अभद्र बर्ताव पर देश भर में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। कांग्रेस नेताओं, कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ पत्रकारों ने ही नहीं, महाराष्ट्र बीजेपी की एक वरिष्ठ महिला नेता ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है। जिसके बाद घबराई नोएडा पुलिस को घटना पर माफी मांगनी पड़ी है।



दरअसल, दिल्ली यूपी बॉर्डर पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज के दौरान प्रियंका गांधी जब कार्यकर्ताओं को पुलिस की बर्बरता से बचाने के लिए आगे आईं तो एक पुलिस वाले ने बड़ी बेशर्मी से उनका कुर्ता पकड़कर खींचा। उसकी यह हरकत मौके पर मौजूद कैमरे में कैद हो गयी। एक वेबसाइट पर तो हमें ऐसी तस्वीर भी मिली जिसमें उसी पुलिस वाले ने प्रियंका गांधी की बांह भी पकड़ रखी है।



 





ये तस्वीरें जब लोगों ने देखीं तो उनका गुस्सा उबल पड़ा। नेताओं से लेकर पत्रकारों तक, तमाम लोगों ने यूपी पुलिस के इस रवैये की कड़ी निंदा की। सोशल मीडिया पर भी योगी सरकार को इस बाबत तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने तो इस मामले पर अपनी नाराज़गी जाहिर करते हुए राष्ट्रपति से योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी कर डाली।



 





 



महाराष्ट्र की बीजेपी नेता ने भी यूपी पुलिस की निंदा की



यहां तक कि महाराष्ट्र बीजेपी उपाध्यक्ष और पार्टी की वरिष्ठ महिला चित्रा किशोर वाघ ने भी यूपी पुलिस की इस हरकत की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग कर डाली। उनके इस ट्विटर पोस्ट को बड़ी संख्या में लोगों ने शेयर किया है। 



 





 



महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नितिन राउत ने इस घटना के बारे में यूपी पुलिस को टैग करते हुए सवाल उठाया कि क्या ऐसी हरकत करने वाले को सजा दी जाएगी। उन्होंने ट्विटर पर लिखा,"कानूनी मामले के विशेषज्ञ और पुलिस अधिकारी संज्ञान लें- पुलिस के लिए मानक ऑपरेटिंग मैनुअल के अनुसार, पुरुष पुलिस कर्मी किसी महिला को सार्वजनिक रूप से अनुचित तरीके से छू नहीं सकते हैं। क्या यह कानूनी रूप से या सामाजिक रूप से उचित है? इस पुलिस वाले को क्या कोई सजा मिलेगी?"





नितिन राउत के इस ट्वीट के जवाब में ही नोएडा पुलिस ने ट्वीट करके घटना पर खेद जताया और जांच करके कार्रवाई करने की बात भी कही।  



 





 



नोएडा पुलिस की माफी में भी दिखती है घटना को तर्कसंगत बताने की कोशिश



चौतरफा आलोचनाओं से घबराई सरकार ने आखिरकार डैमेज कंट्रोल की कोशिश शुरू कर दी। नोएडा पुलिस कमिश्नर के दफ्तर ने ट्वीट करके प्रियंका के साथ हुई अभद्रता पर खेद जाहिर किया। हालांकि खेद जाहिर करने वाले ट्वीट में पुलिस ने यह भी कहा कि ऐसी घटना बेकाबू भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश के दौरान हुई। यानी नोएडा पुलिस की माफी में भी उस शर्मनाक घटना को घुमा-फिराकर तर्कसंगत बताने की कोशिश नज़र आती है। प्रियंका गांधी के साथ यूपी पुलिस के बर्ताव को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने योगी आदित्यनाथ के गृह नगर गोरखपुर समेत कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन भी किए।