कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर बेहद गंभीर आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने कहा है कि नीतीश कुमार की सरकार ने बिहार के वैशाली में एक युवती को जिंदा जलाए जाने की दिल दहलाने वाली वारदात को काफी दिनों तक सिर्फ इसलिए दबाए रखा ताकि उन्हें चुनाव के दौरान कोई राजनीतिक नुकसान न हो। उन्होंने इस मामले में ट्वीट करते हुए सवाल किया है कि क्या चुनावी फायदे के लिए ऐसा करना क्या आपराधिक और खतरनाक प्रवृति नहीं है? राहुल गांधी ने इसे नीतीश कुमार के सुशासन की झूठी बुनियाद बताया है।



राहुल गांधी ने इस बारे में किए गए अपने ट्वीट में कहा है, "किसका अपराध ज़्यादा खतरनाक है? जिसने ये अमानवीय कर्म किया या जिसने चुनावी फायदे के लिए इसे छुपाया ताकि इस कुशासन पर अपने झूठे सुशासन की नींव रख सके? "



 





 



कांग्रेस नेता ने इस ट्वीट के साथ ही एक अखबार में छपी उस खबर को शेयर किया है जिसमें बताया गया है कि बिहार में विधानसभा चुनाव के दौरान नकारात्मक असर पड़ने से बचाने के लिए ही नीतीश सरकार ने युवती को जिंदा जलाए जाने के मामले को दबा दिया था। दरअसल हाल ही में बिहार के वैशाली जिले के एक गांव में छेड़खानी का विरोध करने पर दबंगों ने 20 साल की युवती को केरोसिन डालकर जिंदा जला दिया था। यह दिल दहलाने वाली वारदात वैशाली जिले के देसरी थाना क्षेत्र में आने वाले चंदपुरा गांव की है।



पीड़िता को उसके परिजनों ने बुरी तरह जली हालत में पटना के पीएमसीएच में भर्ती कराया था, जहां रविवार को 15 दिनों बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि गांव का दबंग सतीश यादव अक्सर उनकी बेटी से छेड़खानी करता था। उन्होंने जब इसकी शिकायत आरोपी के घरवालों से की तो सतीश और उसके दो साथियों ने घर के पास ही उनकी बेटी को पकड़ लिया और केरोसिन डालकर ज़िंदा जला दिया।