जयपुर। राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होने के एक दिन पहले जयपुर में भाजपा विधायक दल की बैठक शुरू हो गई है। इस बैठक में राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और मुरलीधर राव भी शामिल हैं। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है जब राजस्थान भाजपा में फूट की खबरें सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि राजनीतिक उथल पुथल के दौर में राज्य के 12 भाजपा विधायकों ने नेतृत्व का आदेश मानने से इनकार कर दिया था। इन विधायकों पर कार्रवाई भी हो सकती है।

दूसरी तरफ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने बताया है कि यह बैठक 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र को लेकर है। उन्होंने बताया कि हम राज्य सरकार को हर मोर्चे पर घेरने के लिए रणनीति बनाएंगे। बैठक में अविनाश राय खन्ना, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और राजेंद्र राठौर भी शामिल हैं।

सतीश पूनिया भले ही विधायक दल में पड़ी फूट को छिपाने का प्रयास कर रहे हों लेकिन जब वसुंधरा राजे भाजपा मुख्यालय पहुंची, तो उनका स्वागत करने कोई भी बाहर नहीं आया। जबकि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सहित अन्य नेताओं के आगमन के दौरान प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इससे साफ है कि पार्टी में गुटबाजी हो रही है।

राष्ट्रीय लोकतांत्रिक दल के विधायक भी बीजेपी विधायक दल की बैठक में पहुंचे हैं। राष्ट्रीय लोकतांत्रित दल भाजपा का सहयोगी है और इसके मुखिया हनुमान बेनीवाल वसुंधरा राजे पर अशोक गहलोत की मदद करने का आरोप लगाते रहे हैं। 

इससे पहले भाजपा विधायक दल की यह बैठक 11 अगस्त को शाम चार बजे होनी थी, लेकिन पायलट की घरवापसी की खबरें आने के कारण इसे आगे बढ़ा दिया गया था। वहीं राजनीतिक उथल पुथल के दौरान भाजपा के आधा दर्जन विधायक गुजरात चले गए थे। तभी से पार्टी में फूट की खबरें आनी शुरू हो गई थीं।