जयपुर। राजस्थान में सचिन पायलट और बाकी के बागी विधायकों की घरवापसी की खबरों के साथ अशोक गहलोत सरकार पर बना हुआ संकट अब टलता हुआ नजर आ रहा है। बागी विधायकों की शिकायत सुनने के लिए कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय कमेटी बनाने का आदेश दिया और आत्मविश्वास से भरे हुए सीएम गहलोत ने एक बार फिर कहा है कि बीजेपी की तमाम कोशिशों के बाद भी उनकी सरकार स्थिर है और पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। लेकिन दूसरी तरफ बीजेपी यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि कैसे उसके हाथ में आया मौका अब फिसल गया है।



राजस्थान विधानसभा में विपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठोर ने ट्वीट कर इस बात के संकेत दिए हैं कि पार्टी लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई अशोक गहलोत सरकार को अस्थिर करने का प्रयास करती रहेगी। हालांकि, बीजेपी शुरुआत से ही यह कहती आई है कि राजस्थान की राजनीतिक उथल पुथल में उसका कोई हाथ नहीं है। सचिन पायलट, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी की सकारात्मक मुलाकात की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्थान बीजेपी प्रमुख सतीश पूनिया ने कहा था कि यह घर का झगड़ा है और बीजेपी हमेशा से यही बात कह रही थी।



राजेंद्र राठोर ने ट्वीट किया, “अभी तूफान से पहले की खामोशी है, फिर प्रचंड तूफान कब आएगा, फिर ये सरकार टुकडों-टुकड़ों में कब बिखरेगी, ये समय का इंतजार है, समय देखिए और समय की रफ्तार देखिए। क्योंकि ये सब राजस्थान की जनता ने भुगता है जो कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।”





बीजेपी विधायक दल की बैठक को स्थगित 



दूसरी तरफ बीजेपी विधायक दल में भी गुटबाजी की खबरें हैं। बीजेपी के छह विधायक गुजरात में डेरा डाले हुए हैं और शायद इस वजह से ही आज शाम चार बजे होने वाली बीजेपी विधायक दल की बैठक को स्थगित कर दिया गया है। अब यह बैठक 13 अगस्त को सुबह 11 बजे होगी। राजस्थान विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता गुलाब चंद कटारिया ने यह जानकारी दी है। इस बैठक में 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र, विधायक दल में पड़ी फूट और आगे की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।