राजस्थान में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इस बैठक में अशोक गहलोत ने वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य में सभी विधायकों से चट्टान की तरह डटे रहने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि कोई भी नहीं चाहता है कि राज्य में विधानसभा भंग हो और फिर से चुनाव हो। गहलोत ने विधायकों से यह भी कहा कि इस पूरे घटनाक्रम को पूरा देश देख रहा है और अभी आपको कुछ दिन और होटल में रुकना पड़ सकता है। उन्होंने सभी विधायकों को धन्यवाद दिया और कहा कि उनके बिना यह लड़ाई लड़ना संभव नहीं था। फिलहाल सीएम आवास पर चार बजे राजस्थान कैबिनेट की बैठक होगी। 

सीएम ने विधायक दल की बैठक ऐसे समय में की जब राजस्थान हाई कोर्ट को सचिन पायलट और 18 बागी विधायकों द्वारा स्पीकर के अयोग्यता के नोटिस के खिलाफ डाली गई याचिका पर फैसला सुनाना था। हाई कोर्ट अब 24 जुलाई को यह फैसला सुनाएगा। कोर्ट ने तब तक स्पीकर से किसी भी तरह की कार्रवाई ना करने का अनुरोध किया है। ऐसे में सीएम आवास पर होने वाली बैठक में अशोक गहलोत जरूर आगे की योजना पर विचार करेंगे। हालांकि, इस बैठक में कोरोना की स्थिति को लेकर रिव्यू, राजस्थान की वित्तीय स्थिति, कोरोना के दौर में सोशल वेलफेयर योजनाएं इत्यादि पर भी चर्चा होगी। 

बताया यह भी जा रहा है कि इस बीच कांग्रेस विधानसभा का सत्र बुला सकती है। सचिन पायलट और बाकी विधायकों को स्पीकर की तरफ से जो नोटिस दिया गया था वो व्हिप का पालन ना करने के लिए दिया गया था। जिसके जवाब में पायलट गुट ने कहा कि व्हिप केवल विधानसभा के अंदर काम करती है। ऐसे में अगर विधानसभा सत्र बुलाकर कांग्रेस की तरफ से व्हिप जारी कर दी जाए तो समीकरण और भी रोचक हो सकते हैं। हालांकि, होई कोर्ट ने विधानसभा स्पीकर को विधायकों के ऊपर किसी भी तरह की कार्रवाई करने से मना किया हुआ है।