जयपुर। देश भर में आयोजित होने वाले नीट और जेईई की परीक्षाओं को लेकर छात्रों में तनाव का माहौल है। 1 सितंर से परीक्षाओं का आयोजन शुरू हो रहा है। लेकिन सरकार परीक्षाओं के आयोजन पर अड़ी हुई है। देश भर में छात्रों की आत्महत्याएं की खबरे भी आ रही हैं। शीर्ष अदालत ने भी परीक्षाओं को समय पर आयोजित करने के आदेश दिए हैं।  ऐसे में सचिन पायलट छात्रों की मांग के समर्थन में उतर आए हैं। पायलट ने कहा है कि छात्रों की आवाज़ को अनसुना नहीं किया जा सकता। यह देश का भविष्य हैं। पायलट ने कहा है कि सरकार को छात्रों की मन की बात सुनकर एक समंजस्य पूर्ण नतीजे पर पहुंचना चाहिए।



सचिन पायलट ने ट्वीट किया है कि 'NEET, JEE परीक्षा से जुड़े लाखों छात्र पिछले कई दिन से अपनी मांगों को लेकर सरकार से गुहार लगा रहे है। ये देश का भविष्य है। इनकी आवाज अनसुनी नहीं की जा सकती।सरकार को #StudentsKeMannKiBaat सुनकर एक सामंजस्यपूर्ण नतीजे पर पहुंचना चाहिए।' 





सचिन पायलट से पहले कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने परीक्षाओं को स्थगित करने की वकालत की है। सरकार को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए तन्खा ने मानव संसाधन मंत्री को पत्र भी लिखा है। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी रमेश पोखरियाल निशंक को पत्र लिख कर परीक्षाओं को स्थगित करने का अनुरोध किया है। वहीं बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने सरकार के कोरोना संकट काल में परीक्षाओं के आयोजन को नसबंदी जैसा फैसला करार दिया है।



जेईई का आयोजन 1 से 6 सितंबर तक तो वहीं नीट का आयोजन 13 सितंबर को होना है। कोरोना महामारी द्वारा जनित विषम परिस्थितियों के कारण अधिकतर छात्र चाहते हैं कि परीक्षाओं के आयोजन को स्थगित कर दिया जाए।