नई दिल्ली। कोरोना से कोहराम के बीच वैक्सीन का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक अच्छी खबर है। रूसी वैक्सीन स्पुतनिक-5 का भारत में दूसरे और तीसरे चरण का क्लीनिकल ट्रायल शुरू हो गया है। दवा कंपनी डॉ. रेड्डीज लैबोरेटरीज और रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष (RDIF) ने इसकी घोषणा की है। बताया जा रहा है कि हिमाचल प्रदेश के कसौली की केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला से ट्रायल के लिए आवश्यक मंजूरी मिल चुकी है। 

डॉ रेड्डीज़ और RDIF ने साझा बयान जारी कर कहा कि वैक्सीन का कई केंद्रों पर परीक्षण किया जाएगा। इसके तहत सुरक्षा और प्रतिरोधक क्षमता की जांच की जाएगी। इस क्लीनिकल ट्रायल में जेएसएस मेडिकल रिसर्च सहयोगी के तौर पर शामिल है। हाल ही में RDIF ने दावा किया था कि क्लीनिकल ट्रायल के आंकड़ों के अंतरिम विश्लेषण से पता चला है कि वैक्सीन की पहली खुराक देने के 28 दिन बाद उसे 91.4 प्रतिशत असरदार पाया गया था। पहली खुराक देने के 42 दिन बाद यही वैक्सीन 95 प्रतिशत से अधिक असरदार पाई गई।

डॉ रेड्डीज लेबोरेटरीज के प्रबंध निदेशक जीवी प्रसाद ने कहा कि यह एक और महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि हम भारत में जल्द ही टीके की उपलब्धता के मद्देनजर सरकारी निकायों और कई संस्थानों के साथ तालमेल बना रहे हैं। बताया जा रहा है कि तीसरे चरण के ट्रायल में करीब 40 हजार स्वयंसेवक भाग ले रहे हैं। जिनमें 22 हजार से ज़्यादा को वैक्सीन की पहली खुराक दी जा चुकी है। वहीं 19 हजार से ज्यादा स्वयंसेवकों को पहली और दूसरी खुराक दी गई है। बता दें कि कोरोना वैक्सीन स्पुतनिक-5 के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल के लिए आज से  वालंटियर्स की स्क्रीनिंग शुरू होगी। 200 लोगों में से 30 को इसके लिए छांटा गया है।