मथुरा। मथुरा में गोवर्धन पर्वत की शिलाएं बेचने की कोशिश करने के आरोप में उत्तर प्रदेश पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें इंडिया मार्ट के सीईओ दिनेश अग्रवाल शामिल हैं। ऑनलाइन बिक्री करने वाली कंपनी इंडिया मार्ट की वेबसाइट पर गोवर्धन पर्वत की शिलाओं के बिक्री का विज्ञापन डाले जाने के बाद मथुरा के कई संतों ने शिकायत दर्ज कराई थी। इसी शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने ये गिरफ्तारियां की हैं। 

दरअसल, इंडिया मार्ट की वेबसाइट पर एक विज्ञापन डाला गया था, जिस पर नेचुरल गोवर्धन शिला या गोवर्धन स्टोन के नाम से शिलाएं बेचने का ऑफर दिया गया था। विज्ञापन में एक पत्थर की कीमत 5,175 रुपये बताई गई थी। साथ ही चेन्नई की एक फर्म का पता और बेचने वाली फर्म और दुकान का पता भी डाला गया था। 

रविवार को कुछ साधु-संतों और आम नागरिकों ने यह विज्ञापन देखा तो उसका विरोध शुरू कर दिया। बहुत से साधु संतों और आम नागरिकों ने थाना गोवर्धन का घेराव कर हंगामा किया और विवादित विज्ञापन को लोगों की आस्था से खिलवाड़ बताते हुए कंपनी और उसके मालिक के खिलाफ तहरीर देकर गिरफ्तारी की मांग की।

हंगामा बढ़ने पर पुलिस ने पांच लोगों के खिलाफ केस दर्ज करके लिया और रविवार की रात उनमें से तीन को गिरफ्तार भी कर लिया गया है। गिरफ्तार किए गए लोगों में  इंडिया मार्ट के फाउंडर और सीईओ दिनेश अग्रवाल, को-फाउंडर ब्रजेश अग्रवाल और मथुरा में सप्लायर अंकुर अग्रवाल शामिल हैं। मथुरा ग्रामीण के एसपी शिरीष चंद्र ने बताया कि कंपनी के सीईओ के साथ ही सप्लायर के खिलाफ इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी एक्ट का गलत इस्तेमाल करके लोगों की भावना आहत करने के मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

भगवान श्रीकृष्ण से जुड़े होने के कारण लाखों भक्त गोवर्धन पर्वत के प्रति विशेष श्रद्धाभाव रखते हैं। मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने इस पर्वत को अपनी उंगली पर उठाकर इंद्र के प्रकोप से ब्रजवासियों की रक्षा की थी। देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु हर साल इस पर्वत की परिक्रमा करने आते हैं।