नई दिल्ली। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कांग्रेस पार्टी से अपनी राहें अलग कर ली हैं। सुबह सुबह मिली खबर के मुताबिक सुष्मिता देव ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी के जरिए अपना इस्तीफा सौंपा है। हालांकि सुष्मिता ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कहने के पीछे कोई वाजिब कारण नहीं बताया है, लेकिन सोनिया गांधी को लिखें पत्र में कहा है कि वे जनकल्याण के क्षेत्र में नए अध्याय की शुरुआत करना चाहती हैं।

सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजते हुए सुष्मिता देव ने कांग्रेस अध्यक्ष को मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद दिया है। साथ ही कहा है कि मैं कांग्रेस पार्टी के साथ अपने तीन दशक के लंबे और यादगार सफ़र का हिस्सा बनने के लिए कांग्रेस पार्टी, सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का तहे-दिल से शुक्रिया अदा करती हूं। 

नॉर्थ ईस्ट में कांग्रेस के कद्दावर नेता और सात बार के सांसद रहे संतोष मोहन देव की बेटी सुष्मिता देव असम में बांग्ला भाषी लोगों के बीच कांग्रेस के एक प्रमुख चेहरे के तौर मानी जाती थीं। उनके अचानक पार्टी को अलविदा कहने से निश्चित तौर पर कांग्रेस पार्टी को एक बड़ा झटका लगा है। 

देव 2014 में असम की सिलचर लोकसभा सीट से सांसद भी बनी थीं। इससे पहले वे सिलचर विधानसभा सीट से विधायक भी रही थीं। 2017 में कांग्रेस पार्टी ने सुष्मिता के हाथों में अपनी महिला इकाई की कमान सौंपी। इसके ठीक चार साल बाद सुष्मिता ने कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तो सुष्मिता देव टीएमसी ज्वाइन कर सकती हैं।