नई दिल्ली। इंडियन कोस्ट गार्ड ने अंडमान-निकोबार आइलैंड के पास से 6 हजार किलो की ड्रग्स जब्त की है। यह भारत में ड्रग्स बरामदगी की अबतक की सबसे बड़ी खेप है। कोस्ट गार्ड के अधिकारी ने बताया कि पोर्ट ब्लेयर से 150 किलो मीटर दूर बैरेन आइलैंड के पास एक नाव से ड्रग्स के 2-2 किलो के 3 हजार पैकेट मिले। नाव में म्यांमार के 6 नागरिक सवार थे जिन्हें हिरासत में लिया गया है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 24 नवंबर को कोस्टगार्ड के डोर्नियर एयरक्राफ्ट के रूटीन पेट्रोलिंग के दौरान पायलट को यह बोट दिखाई दी थी। ड्रग्स स्मगलिंग का शक होने पर पायलट ने बोट के पास पहुंचने की कोशिश की, लेकिन तस्करों ने बोट की रफ्तार बढ़ा दी और भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान नौका को चेतावनी दी गई और उसकी गति कम करने को कहा गया।

साथ ही इस बीच पायलट ने अंडमान एवं निकोबार कमान को इसकी जानकारी दी। इसके बाद पोर्ट ब्लेयर पुलिस को इस बात की सूचना दी गई। कुछ देर पीछा करने बाद पुलिस और कोस्टगार्ड ने मिलकर बोट को पकड़ लिया। अधिकारियों ने जब बोट से तलाशी ली गई तो उसमें करोड़ों रुपए की ड्रग्स मिली। इसकी भारत में तस्करी होनी थी। यह अब तक की सबसे बड़ी खेप थी, जो कोस्टगार्ड ने पकड़ी है।

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एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। ये मादक पदार्थ दो दो किलोग्राम वजन के लगभग 3,000 पैकेट में पैक पाए गए, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत अरबों रुपये है। यह पहली बार नहीं है कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारतीय जलक्षेत्र में इस तरह की प्रतिबंधित, तस्करी की सामग्री जब्त की गई हो। इससे पहले 2019 और 2022 में भी विदेशी जहाजों से इसी तरह के नशीले पदार्थ जब्त किए गए थे, जब वे भारतीय जलक्षेत्र में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे।

इससे पहले इंडियन कोस्ट गॉर्ड और गुजरात ATS ने 15 नवंबर को गुजरात के पोरबंदर तट से 500 किलो ड्रग्स जब्त की थी। इसकी कीमत 700 करोड़ रुपए से ज्यादा बताई गई थी। दिल्ली NCB को इस ड्रग्स की जानकारी मिली थी। इसके बाद दिल्ली NCB ने गुजरात NCB, कोस्टगार्ड और नेवी की मदद से एक बोट पकड़ी थी, जिसमें ड्रग्स छिपाई गई थी।