कारगिल। करगिल विजय दिवस की 25वीं सालगिरह पर पीएम मोदी ने लद्दाख के द्रास में करगिल के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वे कारगिल वॉर मेमोरियल भी गए। यहां करीब अपने संबोधन में उन्होंने पाकिस्तान, आतंकवाद, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, अग्निपथ योजना और विपक्ष पर बात की।

पीएम मोदी ने विवादास्पद अग्निपथ स्कीम की तारीफ करते हुए कहा कि इसका मकसद सेना को युवा बनाना है। उन्होंने कहा कि सेना का रिफॉर्म्स हमारी पहली प्राथमिकता है। अग्निपथ योजना इसका हिस्सा है। संसद में दशकों तक सेना को युवा बनाने पर चर्चा होती रहीं। कई कमेटियों में ये विषय उठा, लेकिन इस बदलाव की पहले इच्छा शक्ति नहीं दिखाई गई।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि कुछ लोगों की मानसिकता यही थी कि सेना मतलब नेताओं को सलाम करना, परेड करना। हमारे लिए सेना मतलब 140 करोड़ देशवासियों की सुरक्षा, शांति की गारंटी। अग्निपथ योजना के जरिए इसे हमने साकार किया है। दुर्भाग्य से इतने संवेदनशील विषय को कुछ लोगों ने राजनीति का विषय बना दिया है।

प्रधानमंत्री ने पड़ोसी मुल्क पर हमला बोलते हुए कहा कि पाकिस्तान प्रॉक्सी वॉर के जरिए चर्चा में बना रहना चाहता है। उन्होंने अपने इतिहास से कुछ नहीं सीखा। अतीत में आतंकवाद को लेकर उनके हर प्रयास विफल रहे। मैं जहां खड़ा हूं, वहां से आतंक के आकाओं तक मेरी आवाज पहुंच रही होगी। उनके मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे।

उन्होंने आगे कहा कि भारत कारगिल युद्ध से पहले शांति के प्रयास कर रहा था। बदले में पाकिस्तान ने अपना अविश्वासी चेहरा दिखाया। लेकिन सच के सामने असत्य और आतंक की हार हुई। पाकिस्तान ने अतीत में जितने भी प्रयास किए, उसे मुंह की खानी पड़ी।