कोलकाता। मुकुल रॉय की टीएमसी में वापसी के बाद बीजेपी की पश्चिम बंगाल में एक बड़ी टूट का खतरा मंडरा रहा है। यही वजह है कि मुकुल रॉय के बीजेपी छोड़ने के बाद सत्ताधारी दल टीएमसी और विपक्षी दल बीजेपी में ज़ुबानी जंग शुरू हो गई है। टीएमसी नेता कुणाल घोष ने शुभेंदु अधिकारी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि शुभेंदु को पहले यह कानून अपने पिता को सिखाना चाहिए। 

टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा है कि अगर शुभेंदु अधिकारी को दल बदल विरोधी कानून का राग अलापने का इतना ही शौक है, और वे इस कानून को लेकर इतने सजग हैं। तो सबसे पहले शुभेंदु को अपने पिता को यह कानून सिखाना चाहिए। क्योंकि शिशिर दा (शिशिर अधिकारी) खुद टीएमसी के सांसद पद से इस्तीफा दिए बगैर चुनाव से पहले बीजेपी में शामिल हो गए थे। 

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दरअसल मुकुल रॉय पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कृष्णा नगर उत्तर सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। मुकुल ने चुनाव में टीएमसी उम्मीदवार को हराया था। लेकिन हाल ही में मुकुल रॉय अपने बेटे शुभ्रांशु के साथ टीएमसी में वापस शामिल हो गए। 

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शुभेंदु अधिकारी ने मुकुल रॉय की घर वापसी पर निशाना साधते हुए कहा कि मुकुल रॉय के जाने से बीजेपी को कोई खासा फर्क नहीं पड़ा है। अधिकारी ने कहा था कि बंगाल में दल बदल विरोधी कानून को अब तक लागू नहीं किया गया है, लेकिन जल्द ही राज्य में यह कानून लागू होगा।