नई दिल्ली। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 19वां दिन है। आज किसान संगठनों ने देशभर में भूख हड़ताल का आह्वान किया है। दिल्ली के सिंघु बॉर्डर से लेकर यूपी-दिल्ली सीमा के गाजीपुर तक किसान सुबह 8 से 5 बजे तक उपवास पर बैठे हुए हैं। किसानों की भूख हड़ताल को आम आदमी पार्टी समेत कई अन्य दलों ने भी समर्थन दिया है।

भारतीय किसान यूनियन (पंजाब) के जनरल सेक्रेटरी हरिंदर सिंह ने बताया कि दिल्ली की अलग-अलग सीमाओं पर सुबह आठ से पांच बजे तक कुल 40 किसान संगठनों के लीडर भूख हड़ताल करेंगे। उन्होंने बताया कि 25 संगठनों के लोग सिंघु बॉर्डर, 10 संगठनों के टिकरी बॉर्डर और 5 संगठनों के यूपी बॉर्डर पर धरना देंगे। किसानों ने अलग-अलग हिस्सों में अपनी भूख हड़ताल शुरू कर दी है। किसानों का कहना है कि पीएम मोदी खुद आकर उनकी समस्या सुनें। जिससे कृषि कानूनों को रद्द किया जा सके।

किसानों के अनशन का समर्थन करते हुए सीएम केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के कई नेता भी आज भूख हड़ताल पर हैं। दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठ हुए हैं। वहीं, पंजाब में किसानों के उपवास का अकाली दल ने भी समर्थन किया है।

किसानों ने सड़क जाम करने का सिलसिला भी शुरू कर दिया है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों ने दिल्ली से मेरठ-गाजियाबाद जाने वाले रुट को ब्लॉक कर दिया है। पुलिस हटाने की कोशिश कर रही है। जानकारी के मुताबिक, आज शाम को गाजीपुर और अन्य बॉर्डर पर किसानों की बैठक होगी इसके बाद सभी संगठन कल सिंघु बॉर्डर पर मिलेंगे ताकि आगे की योजना तैयार की जा सके।