मुंबई। दो साल से जेल में बंद 81 साल के बुजुर्ग तेलुगू कवि वरवर राव को इलाज़ के लिए नानावटी अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा। जेल में बुरी तरह बीमार चल रहे वरवर राव को नानावटी अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिया है। बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार ये आदेश देते हुए कहा कि वरवर राव का इलाज सरकारी खर्चे पर किया जाएगा। उन्हें 15 दिन के लिए नानावती अस्पताल में भर्ती कराने का आदेश दिया गया है। तेलुगू के बेहद लोकप्रिय और प्रतिष्ठित जनकवि वरवर राव फिलहाल मुंबई की तलोजा जेल में बंद हैं। 

बॉम्बे हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक वरवर राव के परिवार के लोगों को अस्पताल के नियमों के अनुसार उनसे मिलने की इजाज़त दी जाएगी। हाई कोर्ट ने वरवर राव की सेहत की चिंताजनक हालत को ध्यान में रखते हुए अस्पताल में शिफ्ट किए जाने की अनुमति दी है। 81 साल के बुजुर्ग कवि जुलाई में कोरोना से संक्रमित भी हो गए थे। तभी से उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। राव को कोरोना संक्रमित होने पर सरकारी जेजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी वकील इंदिरा जयसिंह के मुताबिक वहां उनका इलाज़ ठीक से नहीं हो सका।

गौरतलब है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने वरवर राव के अलावा हनी बाबू, गौतम नवलखा, सुधा भारद्वाज और 83 वर्षीय स्टेन स्वामी सहित आठ लोगों को महाराष्ट्र के भीमा-कोरेगांव हिंसा मामले में आरोपी बनाया है। एजेंसी का दावा है कि भीमा कोरेगांव में हुई हिंसा एक साज़िश का नतीजा थी, जिसमें ये सभी लोग शामिल हैं। चार्जशीट में यह भी आरोप लगाया गया है कि नवलखा के पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई के साथ संबंध हैं।