नई दिल्ली। बुधवार को लोकसभा में राहुल गांधी के आक्रामक भाषण की विश्वभर में चर्चाएं हो रही है। पाकिस्तान और चीन को लेकर राहुल गांधी ने जो बयान दिया था उसपर अब अमेरिका की भी टिप्पणी सामने आई है। अमेरिका ने कहा है कि यह पाकिस्तान और चीन का मुद्दा है, इसे उनपर छोड़ देना चाहिए।

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा, “यह पाकिस्तान और चीन का मुद्दा है और इसे उन दोनों देशों पर ही छोड़ देना चाहिए। वे खुद अपने रिश्‍ते के बारे में बोलें लेकिन मैं निश्चित रूप से इस बयान को बढ़ावा नहीं देता हूं।'

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अमेरिकी पत्रकारों ने नेड प्राइस से पूछा कि आपको क्या लगता है कि पाकिस्तान चीन के साथ इतनी निकटता से क्यों काम कर रहा है? क्या आपको लगता है US ने उन्हें अलग थलग छोड़ दिया? इसपर उन्होंने कहा कि, 'हमने दुनिया के सामने स्पष्ट किया है कि किसी भी देश को अमेरिका और चीन में किसी एक को चुनने की जरूरत नहीं है। जब अमेरिका के साथ संबंधों की बात आती है तो हमारा इरादा देशों को विकल्प देने का रहता है।'

राहुल गांधी ने क्या कहा था

राहुल गांधी अपने भाषण के दौरान कहा था की, 'भारत का रणनीतिक लक्ष्य चीन और पाकिस्तान को अलग रखना होना चाहिए था, लेकिन आपने जो किया है वो उन्हें एक साथ ले आया। हम जिस स्थिति का सामना कर रहे हैं उसे कम मत समझिए। यह भारत के लिए एक गंभीर खतरा है। आज भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है। हम श्रीलंका, नेपाल, बर्मा, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन से घिरे हुए हैं। हर जगह हम घिरे हुए हैं। हमारे विरोधी हमारी स्थिति को समझते हैं।'