कोलकाता। मोदी सरकार के मंत्री बाबुल सुप्रियो पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बारे में  ट्विटर पर आपत्तिजनक टिप्पणी करके बड़े विवाद में घिर गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर एक आपत्तिजनक मीम शेयर किया, जिसमें ममता बनर्जी को पराया धन बताते हुए विदा करने की बात कही गई थी। इस मीम को शेयर करते हुए बाबुल सुप्रियो ने अपनी तरफ़ से यही लाइन एक बार फिर से जोड़ते हुए लिखा था, 'कर ही देंगे इस बार विदा।'  केंद्रीय मंत्री के इस ट्वीट पर हंगामा बढ़ा तो उन्होंने इसे डिलीट कर दिया। लेकिन इस पर शुरू हुआ विवाद ख़त्म होने का नाम नहीं ले रहा है।



यह सारा विवाद दरअसल जिस विवादित मीम को शेयर करने पर शुरू हुआ उसमें ऊपर ममता बनर्जी की एक फोटो लगी है, जिसके कैप्शन में लिखा है, 'मैं बंगाल की बेटी हूं।' मीम में इसके नीचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की हाथ जोड़े हुए एक तस्वीर है, जिसके साथ लिखा है, 'बेटी पराया धन होती है। इस बार विदा कर देंगे।' अपने ट्वीट में बाबुल सुप्रियो ने यह भी बताया था कि यह मीम बीजेपी की आसनसोल जिला यूनिट ने शेयर किया है। इसी मीम को ट्विटर पर शेयर करते हुए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो ने लिखा, 'कर ही देंगे इस बार विदा।'





ममता बनर्जी पर तरह-तरह से हमला करने की कोशिश के चक्कर में मोदी सरकार के मंत्री ख़ुद एक विवाद में घिर गए। तृणमूल समर्थक तो उनके इस ट्वीट के बाद उन पर बरस ही पड़े, साथ ही कई और लोगों ने भी इसे सुप्रियो और उनके दल की पितृसत्तात्मक सोच का नमूना बताते हुए तीखे हमले किए।इतना ही नहीं, ट्विटर पर बाबुल सुप्रियो की पोस्ट के खिलाफ #BanglaNijerMeyekeiChay ट्रेंड करने लगा। इसका अर्थ होता है, बंगाल अपनी ही बेटी चाहता है। बढ़ते विरोध से घबराकर बाबुल सुप्रियो ने अपने ट्वीट को डिलीट कर दिया।



पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री डॉ. शशि पंजा ने बाबुल सुप्रियो को आड़े हाथों लेते हुए लिखा, 'बाबुल सुप्रियो जी मुझे देश में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंता हो रही है। यदि जनप्रतिनिधि ही इस तरह की पितृसत्तात्मक बातें करेंगे तो क्या होगा। मैं बेहद अचंभित हूं कि बीजेपी में इस तरह का लिंगभेद है।'



 





 



शशि पंजा ने आगे लिखा, 'पश्चिम बंगाल अपनी बेटियों के सम्मान के लिए जाना जाता है। इस बार भी वह अपनी बेटी का अपमान नहीं होने देगा।’ तृणमूल कांग्रेस ने राज्य विधानसभा चुनाव के अपने अभियान में ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी बताने पर ख़ास ज़ोर दिया है। इस नारे के जरिए ममता बनर्जी बंगाली अस्मिता के साथ ही महिला सम्मान के मुद्दे को भी उभारने की कोशिश कर रही हैं। ऐसे में बाबुल सुप्रियो के हमले ने पार्टी को अपनी इस मुहिम को और तेज़ करने का नया मौक़ा दे दिया है। शनिवार को एबीपी न्यूज-सी वोटर के ओपिनियन पोल में ममता बनर्जी के एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनने की भविष्यवाणी की गई है।