नई दिल्ली। देश के पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने किसान आंदोलन के मुद्दे पर विपक्ष को घेरने की बीजेपी की कोशिश पर करारा व्यंग्य किया है। दरअसल बीजेपी के तमाम नेता और मंत्री कृषि कानूनों के समर्थन में तमाम दलीलें देने के बावजूद किसानों को अपनी बातों से संतुष्ट नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में वे विपक्षी दलों पर किसानों के नाम पर सियासत करने का आरोप लगा रहे हैं। बीजेपी की इसी रणनीति को आईना दिखाते हुए पूर्व बीजेपी सांसद सांसद यशवंत सिन्हा ने तंज़ किया है। 



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विपक्ष पर राजनीति करने के बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा है कि राजनीति तो सिर्फ बीजेपी के लिए आरक्षित है, बाकी दलों को तो राजनीतिक करने की जगह रामधुन गानी चाहिए। उन्होंने व्यंग्य भरे लहज़े में ट्विटर पर लिखा है,  'यह बहुत बुरी बात है कि राजनीतिक दल राजनीति कर रहे हैं। उन्हें तो सियासत करने की बजाय रामधुन गानी चाहिए। राजनीति तो सिर्फ बीजेपी के लिए आरक्षित है न।' 



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दरअसल किसान आंदोलन से परेशान बीजेपी नेता और मोदी सरकार के मंत्री लगातार आरोप लगा रहे हैं कि विपक्षी दल किसानों के मुद्दे पर राजनीति कर रहे है। यशवंत सिन्हा ने अपने ट्वीट के जरिए लोगों का ध्यान इस बात की ओर खींचने की कोशिश की है कि दरअसल बीजेपी का यह आरोप बेहद हास्यास्पद है। वो इसलिए क्योंकि विपक्षी दल हों या खुद बीजेपी, जो राजनीतिक दल हैं वे राजनीति तो करेंगे ही। और हर दल अपनी नीतियों और मौजूदा व्यवस्था में अपनी भूमिका के हिसाब से ही राजनीति करेगा। सत्ताधारी दल की सियासत और विपक्ष की राजनीति का मिज़ाज अलग होगा, लेकिन होगी वो राजनीति ही। बीजेपी अगर किसानों के मुद्दे पर राजनीति करने का आरोप विपक्ष पर लगा रही है, दरअसल वो भी राजनीति का ही हिस्सा है। यशवंत सिन्हा ने अपने ट्वीट के जरिए यह सवाल भी उठाया है कि क्या बीजेपी समझती है कि राजनीति करने का अधिकार सिर्फ उसी के पास है, विपक्षी दलों को के पास नहीं।