नई दिल्ली। पेगासस जासूसी कांड, बढ़ती महंगाई और विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर चौतरफा विरोध झेल रही केंद्र सरकार की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं। संसद के मॉनसून सत्र में सदन के भीतर हो रहे हंगामे के बीच यूथ कांग्रेस आज संसद घेराव करेगी। संसद मार्च शुरू होने से पहले IYC कार्यालय पर हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ है।



यूथ कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए आज सुबह युवाओं के कंधों पर बैठकर नारेबाजी करते देखे गए। उधर तय कार्यक्रम के अनुसार राजधानी दिल्ली में देशभर से करीब 25 से 30 हजार की संख्या में युवाओं का जत्था पहुंच चुका है। प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी को छावनी में तब्दील कर दिया है। 





इसके पहले कल रात खबर मिली थी कि पहाड़गंज इलाके में पुलिस ने सभी होटलों को बुकिंग क्लोज रखने का निर्देश दी गई थी। ऐसे में बाहरी राज्यों से आए युवाओं को रात में सोने का स्थान तक नहीं मिल पाया। इतना ही नहीं कई होटलों से यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा बाहर निकाले जाने की भी खबर मिली।  





दिल्ली पुलिस के विभिन्न थानों ने दूसरे राज्यों से आए कार्यकर्ताओं को बसों से उतारकर दर्जनों बसों व अन्य निजी वाहनों को कब्जे में लिया है। साथ ही सैंकड़ों कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी हुई है। एमपी आईवाईसी मीडिया विभाग के अध्यक्ष विवेक त्रिपाठी ने बताया कि यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आईवाईसी कार्यालय पहुंचने से रोका जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि सभी जगहों पर पुलिस बैरिकेडिंग लगाकर कुर्ता पहने लोगों को ऑटो से उतार दे रही है और आपत्ति जताने पर मारपीट भी की जा रही है।





मध्य प्रदेश यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने कहा कि यह निकम्मी सरकार हमारे प्रदर्शन को रोकने के लिए तमाम जोर–आजमाइश में जुटी हुई है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि, 'युवाओं को रोकना सरकार के बस में नहीं है। भारत के युवा सरकारी लाठियों, आंसूगैस के गोले और बम, बारूद से नहीं डरती। हम किसी भी हाल में संसद कुच करेंगे और कार्यकर्ताओं के मनोबल के आगे सरकारी हथकंडों को घुटने टेकने पड़ेंगे।