भोपाल। टाइगर स्टेट का खिताब हासिल करने वाले मध्यप्रदेश में बाघों का कुनबा एक बार फिर बढ़ा हैं। उमरिया जिला स्थित बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में दो नवजात बाघ शावक नजर आएं हैं। अब यहां एक साल की उम्र तक के 41 बाघ शावक हो गए हैं। इससे कुछ ही महीनों पहले ही 3 और 6 महीने के 6 शावकों की मौजूदगी की पुष्टि हुई थी। अब यहां एक साल के कम उम्र के 8 शावक हो गए हैं। अब नेशनल पार्क बाघों के बच्चों की सुरक्षा के खास इंतजाम किए जा रहे हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में ये नन्हे मासूम शावक अपनी मां के साथ घूमते दिखाई दिए हैं।

बांधवगढ़ पार्क प्रबंधन का कहना है कि ट्रैक कैमरा और निगरानी टीम को टाइगर रिजर्व में बाघों के 41 नन्हे शावकों के होने के सबूत मिले हैं। ताला रेंज में बाघिन टी-17 के 5, पतौर रेंज में 8 से 10 माह के 12, धमोखर में 6 माह के 4, कल्लवाह रेंज में 8 से 10 माह के 4 शावक,  पनपथा बफर जोन में 3 माह के 2, पनपथा कोर रेंज में 3 माह के 2, भानपुर में नवजात 2 शावक, मगधी जोन में 10 से 12 माह के 5 और खितौली रेंज में 8 से 12 माह के 4 शावकों की मौजूदगी की जानकारी अधिकारियों ने दी है।

वहीं अब प्रदेश के अन्य जिलों में स्थित टाइगर रिजर्वों जैसे कान्हा, पेंच, सतपुड़ा, पन्ना, एवं संजय दुबरी टाइगर रिजर्व में भी बाघों की गिनती का काम जारी है। माना जा रहा है कि उन पांचों टाइगर रिजर्व पार्कों में करीब 20-22 बाघ शावक हैं। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में कुल बाघों की संख्या 124 है। ये व्यस्क बाघों की संख्या है, इस लिस्ट में एक साल से कम उम्र के बाघों को शामिल नहीं किया गया है। 

प्रदेश में बीते करीब चार महीनों में 22 बाघों की की किसी ना किसी वजह से मौत हुई है। वहीं विभिन्न स्थानों पर 60 बाघ शावक पैदा हुए हैं। इनमें बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व सबसे आगे हैं यहां एक साल में जीरो से एक साल की उम्र के 41 बाघ शावकों की गिनती हुई है। मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 526 है, जिसमें से 87 बाघ अकेले पेंच नेशनल पार्क में हैं।